17 जुलाई से होगी श्रावण मास की शुरुआत, इस बार बन रहे अद्भुुत संंयोग, पढ़े क्या है इस बार श्रावण में खास..

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14 जुलाई 2019, रायपुर। 17 जुलाई से शुरू हो रहा सावन का महीना इस बार कई अनोखे संयोग लेकर आ रहा है। बुधवार को सूर्य के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, वज्र और विष कुंभ योग के साथ सावन की शुरुआत होगी। पूरे 30 दिनों तक पड़ रहे सावन में चार सोमवार पड़ेंगे। तीसरे सोमवार को नाग पंचमी का संयोग है और इस दिन त्रियोग का संयोग बनेगा। लगभग 125 सालों बाद हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग भी बन रहा है।

नाग पंचमी और सोमवार का संयोग

सालों बाद इस बार सोमवार के दिन ही नाग पंचमी का संयोग बन रहा है। नाग पंचमी और सोमवार को भगवान शिव की आराधना के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। एक ही दिन पड़ने से इसका विशेष महत्व रहेगा।

काल सर्प दोष निवारण पूजा

इसी दिन चंद्र प्रधान हस्त नक्षत्र और त्रियोग का संयोग भी बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग, सिद्धि योग और रवि योग अर्थात त्रियोग के संयोग में काल सर्प दोष निवारण के लिए पूजा करना फलदायी होगा।

19 सालों बाद स्वतंत्रता दिवस पर रक्षा बंधन

19 सालों बाद देश की आजादी वाले दिन 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस पर रक्षाबंधन का संयोग पड़ रहा है। भाई-बहन के प्यार के प्रतीक के रूप में मनाए जाने वाले रक्षाबंधन के दिन संपूर्ण देश के लोग स्वतंत्रता दिवस भी सेलिब्रेट करेंगे। देश भर में सुबह तिरंगे झंडे को सलामी देने के बाद बहनें अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधकर सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।

रात्रि में पंचक

रक्षा बंधन पर चूंकि रात्रि नौ बजे के बाद पंचक शुरू हो रहा है, इसलिए इससे पूर्व राखी बंधवाना श्रेष्ठ होगा। सुबह से लेकर पंचक के पूर्व तक रक्षा सूत्र बांधा जा सकता है।

अगस्त रहेगा शुक्र ग्रह

20 जुलाई को शुक्र ग्रह अस्त हो रहा है, जो 22 सितंबर तक रहेगा। इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं करना ही उचित है।

हरेली अमावस्या पर पंच महायोग

एक अगस्त को पड़ रही हरेली अमावस्या पर इस बार पंच महायोग का संयोग बन रहा है। यह संयोग लगभग 125 साल पड़ रहा है। इस दिन सिद्धि योग, शुभ योग, गुरु कुस्या मृत योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का संयोग है। पंच महायोग के संयोग में कुल देवी-देवता तथा मां पार्वती की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।

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