रायपुर 27 जुलाई, 2019। छत्तीसगढ़ का पहली त्यौहार हरेली को बड़े स्तर पर मनाते आ रही गैर राजनीतिक संगठन छत्तीसगढिय़ा क्रान्ति सेना ने इस वर्ष भी जबर हरेली रैली का आयोजन भिलाई में कर रही है।
प्रदेश कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बार भी कार्यक्रम सांस्कृतिक स्व. खुमान साव और लक्ष्मण मस्तुरिया को समर्पित रहेगी। राज्य के लोक संस्कृति तीज त्यौहार लोककला को उजागर करती क्रान्ति सेना की जबर हरेली रैली राज्य की पहचान बन चुकी है। दुर्ग-भिलाई अध्यक्ष अरूण गंधर्व ने बताया रैली का शानदार पांचवां वर्ष है। 28 जुलाई को सुबह 10 बजे रैली अंबेडकर चौक पावर हाउस से निकल कर विभिन्न चौक चौराहों से गुजरते हुए रिसाली दशहरा मैदान पर आमसभा में तब्दील होगी। जहां पदाधिकारियों का उद्घोषणा और कलाकारों का सम्मान होगा। रात्रि 8 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम में अनुराग धारा कविता वासनिक अपनी प्रस्तुति देंगी। इस तरह अंचल के कलाकार इसमें अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे। इसकी तैयारी संस्था की ओर से की जा रही है।
गेड़ी नृत्य, राउत नाचा और पुरखो की झांकी निकलेगी
मीडिया विभाग से देव हीरा लहरी ने बताया छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को सहेजने, प्रचार प्रसार व प्रर्दशित करने छत्तीसगढिय़ा क्रान्ति सेना का अनूठा प्रयास है जबर हरेली रैली। कार्यक्रम में रैली के दौरान बैल गाड़ी जुलूस, बस्तरिहा नृत्य, वनांचल गेड़ी नृत्य, पंथी नृत्य, राऊत नाचा, डंडा नृत्य, करमा सुआ ददरिया, अखाड़ा व छत्तीसगढिय़ा पुरखा मन के झांकी आकर्षक का केन्द्र रहेगा। प्रदेश प्रमुख अमित बघेल ने कार्यक्रम तैयारी का जायजा लिया व प्रदेश वासियों को रैली में शामिल होने निवेदन किया है, छत्तीसगढ़ की सभी तीज त्यौहार को उत्साह के साथ मनाने का आग्रह किया है।