25 लाख की लॉटरी का झांसा देकर दिव्यांग से ठगे थे 4 लाख रुपए, शातिर बदमाश गिरफ्तार….

0
244

बिलासपूर 4 सितम्बर 2021। लॉटरी लगने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी को पुलिस ने मध्यप्रदेश से धर दबोचा है. आरोपी फोन करके लोगो को लॉटरी का झांसा देकर अपना शिकार बनाया करते थे. गिरफ्तार आरोपियों में अंकुश सिंह यादव 21 वर्ष थाना टेहरका निमाड़ी मध्यप्रदेश,

योगेन्द्र अहिरवार 21 वर्ष निमाड़ी मध्यप्रदेश शामिल है

25 लाख की लाटरी निकलने का झांसा देकर दिव्यांग के साथ 4 लाख 18 हजार की ठगी करने वाले गिरोह को धर दबोचा। मुख्य आरोपी समेत एक अन्यआरोपी गिरफ्तर कर लिया है। इनके पास से नगद रकम ,सिम कार्ड बैक खाते जब्त की गई है।पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

पुलिस के मुताबिक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के निर्देशन में साइबर अपराध पर काबू पाने के लिए साइबर क्लीन अभियान के तहत कई बड़ी कारवाई की गई है। इसी क्रम में 23.08.21 को रिपोर्ट प्राप्त हुई कि ग्राम अमसेना के दिव्यांग सरजूदास मानिकपुरी उम्र 40 वर्ष को 25 लाख रूपये लाटरी लगने का झांसा देकर पिछले 1.8 वर्षो से माह फ़रवरी 2020 में 4.18 लाख रूपये ठग लिए। अभी भी नम्बर बदल बदल कर प्रार्थी को झांसा दे रहे है। जिसकी रिपोर्ट पर अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।

मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर दीपक कुमार झा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण ) रोहित कुमार झा एवं सी एस पी चकरभाठा सृष्टि चन्द्राकर के मार्गदर्शन में टीम बनाकर झाँसी रवाना किया गया।

जहाँ पहुचकर तकनीकी साक्ष्यो द्वारा आरोपियों की पतासाजी प्रारम्भ की गई। परन्तु मामला ज्यादा पुराना होने से आरोपियों को ट्रेस करने में दिक्कत आ रही थी।

पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से प्रार्थी के माध्यम से अज्ञात आरोपी जिससे लगातार संपर्क में था। उसे पैसा डालने का लिये खाता की जानकारी मांगी गई। जिसमे आरोपी झांसे में आकर खाते की जानकारी दे दी। जिसमे 5000 रूपये डाले गए। जिसके आधार पर तकनीकी जानकारी के अनुसार आरोपी अंकुश सिंह यादव एवं योगेन्द्र अहिरवार की जानकारी प्राप्त हुई।

साथ ही इनका निवास एम पी के नौरा ग्राम में होना पता चला। जो थाना टेहरका क्षेत्र में आता है।तब थाना टेहरका से संपर्क करने पर पूरे गाँव में साइबर अपराध में संलग्न होने की जानकारी सामने आई। थाना टेहरका के स्टाफ की मदद से आरोपियों को दबिश देकर अभिरक्षा में लिया गया। जिसने सम्बंधित मोबाइल ,सिम , कंप्यूटर आदि बरामद किये गये। जिसने पूछताछ अभी भी जारी है ।

अब तक आरोपियों के 10 अलग अलग बैंको में 15 खातों का पता चला है। जिसमे केवल विगत 02 वर्षो के भीतर आरोपी अंकुश के 5 खातो में करीबन 1.21 करोड़ का लेन देन हुआ है। आरोपी योगेन्द्र के 2 खातो से 8.5 लाख का लेन देन हुआ है l जिनमे से बैंक खातो में रखे 7 लाख रूपये सीज किये जा चुके है। जिरोधा शेयर एप में करीबन 5 लाख रुपये होने की जानकारी मिली है। जिसकी जांच जारी है ।

आरोपियों द्वारा छत्तीसगढ़ ,महाराष्ट्र, ओडिसा, मप्र आदि राज्यों में लोगो को फोन पर झांसा देकर रकम ठगी करने का कार्य कर रहे थे जिन्हें बामुश्किल हिरासत में लिया गया मामले के अन्य पहलुओ पर जांच जारी है l प्रकरण को सुलझाने में थाना प्रभारी यू.एन. शांत कुमार साहू, शीतला त्रिपाठी ,आरक्षक वीरेन्द्र साहू ,आरक्षक प्रशांत महिलांगे , आरक्षक कृष्णा कपूर एवं साइबर सेल से आरक्षक दीपक एवं विकास राम की प्रमुख भूमिका रही।