17 मार्च 2019, दुर्ग। जेब खर्च के लिए पिता द्वारा 10 रुपए नहीं देने से नाराज होकर मध्यप्रदेश के बालाघाट से एक 12 साल का बालक ट्रेन में बैठकर भिलाई पहुंच गया। यहां स्टेशन पर उतरने के बाद देर रात को बालक टाउनशिप एरिया में भटक गया। भूख से बुरा हाल होने पर उसे माता-पिता की याद आयी तो वह रोते हुए माता-पिता का पता पूछने लगा।
इसकी सूचना किसी ने भट्टी थाना पुलिस को दी। पुलिस ने चाइल्ड लाइन के साथ मिलकर बच्चे का रेस्क्यू किया। इसके बाद उसके सकुशल घर जाने की व्यवस्था कराई। जानकारी के अनुसार बालाघाट निवासी अमन पिता गुहले कलगी (12) के माता-पिता मजदूरी करते हैं। दो दिन पहले अमन ने पिता से 10 रुपए मांगे। जब पिता ने उसकी मांग पूरी नहीं की ताे वह नाराज हाेकर बालाघाट से गोंदिया जाने वाली ट्रेन में सवार हाे गया। गोंदिया में उतरकर वह भिलाई की ओर आने वाली ट्रेन में बैठ गया। यह ट्रेन शुक्रवार रात को भिलाई के पावर हाउस स्टेशन पहुंची। अमन ने चाइल्ड लाइन को बताया कि पावर हाउस स्टेशन पर उतरकर वह टाउनशिप में भटक गया। यहां से होते हुए रात करीब 11 बजे सेक्टर-1 की ओर निकल गया। जब उसे भूख बर्दाश्त नहीं हुई तो परिजनों को याद करते हुए रोने लगा।
इस दौरान राह में जो भी उसे मिला उससे अपने परिजनों तक पहुंचने की गुहार लगाने लगा। इसी बीच किसी राहगीर ने इसकी सूचना भट्टी पुलिस को दे दी। इस पर पुलिस ने उसे चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया। इसके बाद बच्चे के परिजनों से संपर्क कर उसे सकुशल घर भेजा गया। टीम के कार्य की सराहना की गई।