दो बैलों को मारने के बाद पैर बांधकर नाले में फेंका, जानिए ऐसा क्यों किया….

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जशपुर। प्रदेश में जहां गोधन न्याय योजना की शुरुआत 20 जुलाई से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की है। जिसका मकसद मवेशियों की हिफाजत करना है। इसके लिए सरकार द्वारा कई जागरूक कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। मगर उसके बाद भी लोग न तो जागरूक हुए और न मवेशियों की हत्या के मामले रुक रहे हैं। ताजा मामला जशपुर जिले का है जहां दो बैलों को पैर बांधकर नाले में फेंक दिया है। वहीं 5 बैल घायल अवस्था मे मिले हैं।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दोकडा पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत गरिया मुंडा के नाला में दो बैलों को मरा हुआ देखा गया। कहा जा रहा है कि इन दोनों बैलों के पैर बंधे हुए थे और किसी के द्वारा यहां लाकर फेंका गया है। इसके साथ ही पास के हाई स्कूल मैदान में 5 मवेशियों को घायल अवस्था मे बंधा हुआ पाया गया जिन में गंभीर चोट के निशान हैं और उनकी स्थिति अच्छी नहीं है।

जांच में जुटी पुलिस
सूचना पर दोकड़ा पुलिस मौके पर पहुंच गई है और विवेचना में जुट गई है। गंभीर घायल मवेशियों के इलाज की व्यवस्था पुलिस के द्वारा की जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि यह काम मवेशी तस्करों के द्वारा किया गया है और कुछ विषम परिस्थिति आने पर बैलों को नाले में फेंका गया। जिले में मवेशी तस्करी इन दिनों धड़ल्ले से की जा रही है और जशपुर जिले के प्राय सभी क्षेत्रों से मवेशियों को लाने ले जाने का काम देखा जा रहा है। जंगल के रास्ते भी बड़ी संख्या में मवेशी झारखंड उड़ीसा की ओर ले जाए जा रहे हैं। वही राष्ट्रीय राजमार्ग सहित विभिन्न सड़कों पर भी तस्करों को मवेशी ले जाते देखा जा रहा है।