BREAKING: कोयला खदानों पर सरकार का शिकंजा, SECL का तौलकांटा सील, कोल कंपनी की जगह बाहरी लोग मिले…कार्रवाई में और भी बहुत कुछ…

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15 जून 2019, कोरबा। कई सालों बाद जिला प्रशासन ने कोयला खदानों पर आज दबिश दी है। इस दौरान खनिज एवं पर्यावरण और राजस्व विभाग के राज्य स्तरीय केंद्रीय उड़नदस्ता ने आज जिले के कोयला खदानों और कोल वासरी की जांच की। पुलिस और फ्लाइंग स्कॉट की टीम ने दीपिका कोल माइंस के तौलकांटा को सील कर दिया इसके साथ ही मौके से अनाधिकृत कर्मचारी को पकड़ा जिनके पास से ट्रांसिस्ट पास को भी जप्त किया गया। माना जा रहा है ऐसी कार्रवाई पिछले कई सालों में पहली बार हुई है।

अब तक जांच में क्या हुआ पढ़िए

  • जांच के दौरान एसईसीएल दीपका के संचालित खदान तौलकांटा को सील किया गया।
  • तौलकांटा क्रमांक 16 में एसईसीएल के कर्मचारी उपस्थित नहीं थे उनकी बजाय अनाधिकृत कर्मचारी मौजूद थे जिनके पास से ट्रांजिट पास जप्त किया गया।
  • चाकाबुडा स्थित कोल वासरी में तौलकांटा घर से रेलवे साइडिंग तक बिना अभी वाहन पास के खनिज परिवहन किया जा रहा था इस तौलकांटा को भी सील किया गया।
  • स्वास्तिक पावर कनवेरी का एक बार भी सील किया गया।
  • विविध कुल वासियों में स्टाफ परीक्षण भी किया गया।
  • विभिन्न टीमों के द्वारा अब तक कुल 52 वाहनों पर कार्रवाई की गई
  • बताया जा रहा है कि आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी और आज की कार्यवाही देर रात तक पूरी होने की संभावना है।

कोरबा जिले की कोयला खदानों तथा कोल वाषरियों की राज्य स्तरीय केन्द्रीय उडनदस्ते तथा जिला प्रशासन की टीम द्वारा सघन जांच की जा रही है। उडनदस्ते में खनिज विभाग के 12, राजस्व विभाग के 17, पर्यावरण संरक्षण मंडल के आध दर्जन से अधिक अधिकारियों सहित औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारी तथा 100 से अधिक पुलिस अधिकारी-जवान भी शामिल है।

जांच दल द्वारा कोल वाषरियों में पर्यावरण मानकों, जल उपयोगिता, दूषित जल प्रबंधन, खनिज नियमों का पालन करने के परिपेक्ष्य में जांच जारी है। कोल वाषरियों को स्वीकृत भण्डारण क्षमता के अनुसार वाषरियों में भण्डारित कोयले का वेरीफिकेषन भी जांच दल द्वारा किया जा रहा है।

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