15 जुलाई 2019, रायपुर। ठेका प्रथा, न्यूनतम मजदूरी सहित अन्य मांगों को लेकर कांग्रेस सरकार के द्वारा किये गए वादें को याद दिलाने के लिए एम्बुलेन्स कर्मचारी राजधानी में वादा निभाओं रैली करने जा रहे है। ये रैली 23 जुलाई को की जायेगी। पिछली सरकार के समय भी कर्मचारियों ने जमकर प्रदर्शन किया था, तब कांग्रेस ने इनके आंदोलन को समर्थन दिया था। सरकार में आने के बाद मांगे पूरी करने का आश्वासन कांग्रेस ने दिया था।
वहीँ इस पूरे मामले में एम्बुलेंस कर्मचारी के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र राठौर का कहना है कि पिछली सरकार में मांगो को लेकर काफी प्रदर्शन किया गया था पर सरकार ने उनके मांगों पर कोई विचार नहीं किया। अब नयी सरकार से उन्हें काफी ज्यादा उम्मीद है। कांग्रेस ने सरकार में आने से पहले उनसे वादा किया था कि उनके द्वारा एम्बुलेंस कर्मचारियों की मांगों को पूरा किया जायेगा। पर नयी सरकार के आने के आठ माह बाद भी हमारी मांगो पर विचार नहीं किया गया हैं। इसी वादे को याद दिलाने के लिए उनके द्वारा वादा निभाव रैली का आयोजन किया जा रहा है। संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मचारी लंबे समय से GVK कम्पनी के शोषण का विरोध कर रहे हैं। GVK कम्पनी द्वारा 108/102 एम्बुलेंस सेवा में कार्यरत कर्मचारियों से श्रम नियम के विपरीत 12-12 घंटे का कार्य कराया जाता है। जिसका किसी भी प्रकार से ओटि (अतिरिक्त भत्ता) भी नहीं दिया जाता। विरोध करने पर दूरस्थ जिले में स्थानान्तरण अथवा नौकरी से ही बाहर कर दिया जाता है। ऐसे में कर्मचारीगण दबाव में कार्य करने पर मजबूर हो जाते हैं।
एम्बुलेंस कर्मचारी संगठन के नेता शिव साहू ने कहा कि यदि 22 जुलाई तक इनके मांगों पर किसी तरह का विचार नहीं किया गया तो सभी कर्मचारी अपने पूरे परिवार के साथ 23 जुलाई को बुढ़ा तालाब से मुख्यमंत्री निवास तक पैदल मार्च निकालकर ज्ञापन सौपेंगे। और आने वाले दिनों में ये आंदोलन और भी उग्र होगा। जिसकी जवाबदेही शासन की होगी।