सात सितम्बर से खोले जाएंगे आंगनबाड़ी केन्द्र, स्क्रीनिंग को किया गया अनिवार्य

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रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार के पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आंगनबाड़ी खोलने के कदम की यूनिसेफ के राज्य प्रमुख जाॅब जकारिया ने ट्वीट कर सराहना की है। बच्चों और गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य और पोषण सेवाएं देने तथा गरम भोजन प्रदान करने के उदेश्य से 7 सितम्बर से आंगनबाड़ी केन्द्र खोले जाने के निर्देश जारी किया गया।जिसके लिए कलेक्टरों और महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं। वही ऐसे आंगनबाड़ी केन्द्र जो कंटेनमेन्ट जोन में आते हों या जिन क्षेत्रों को जिला प्रशासन द्वारा बंद रखने का निर्णय लिया गया है वहां केन्द्र संचालित नहीं होंगे।

स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया गया
केन्द्रों को खोलने से पहले 3 से 6 सितम्बर के दौरान उन्हें पूरी तरह से साफ और सेनिटाइज करने कहा गया है। इसके परिपालन में आंगनबाड़ियों में सेनिटाइजेशन का काम शुरू कर दिया गया है। केन्द्र के अंदर हितग्राहियों को अनुमति देने से पहले साबुन से हाथ धोने और स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया गया है। हितग्राकहियों को अलग-अलग समूहों में बुलाने के निर्दश दिए गए हैं। एक समय में अधिकतम 15 लाभार्थियों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। गरम भोजन के लिए पात्र हितग्राही 3-6 वर्ष के बच्चे,गर्भवती महिलाएं और सुपोषण अभियान के हितग्राही को ही केन्द्र में आने की अनुमति होगी।

गाइडलाइन जारी
इसके अनुसार आंगनवाड़ी भवनों में प्रवेश के पहले प्रत्येक हितग्राही की स्क्रीनिंग की जाएगी इस दौरान बीमारियों के प्रारंभिक लक्षण का आंकलन भी किया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी संचालन के दौरान सामाजिक दूरी का पालन, मास्क पहनने, साबुन से हाथ धोने सहित सभी सावधानियां बरतने के दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं। बीमार व्यक्तियों के प्रबंधन और किसी बच्चे या स्टाफ में संक्रमण की पुष्टि होने की स्थिति के लिए भी गाइडलाइन जारी की गई हैं। किसी हितग्राही या स्टाफ के संक्रमित पाए जाने पर केन्द्र 3 दिनों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा।