05 जून 2019, रायपुर। छत्तीसगढ़ी कलाकारों के विभिन्न संगठन और छत्तीसगढ़ी सिने एण्ड टेलीविजन प्रोड्यूसर एसोसिएशन ने मल्टीप्लेक्स से बुधवार को आरपार लड़ाई की शुरू की। स्थानीय फिल्मों को मल्टीप्लेक्स में जगह न मिलने के कारण छत्तीसगढ़ी कलाकारों ने दर्शकों को गुलाब का फूल देकर अन्य फिल्में न देखने का अनुरोध किया।
राजधानी में मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन के खिलाफ कलाकार अंबुजा मॉल, मैग्नेटो मॉल, पीवीआर सहित सभी अलग-अलग मॉल में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा कलाकारों का बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई-राजनांदगांव में मॉल, सिटी सेंटर में संचालित मल्टीप्लेक्स सिनेमा के बाहर प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शन के चलते सिनेमैक्स सिटी सेंटर का पहला शो रदद् कर दिया गया है।
दरअसल कलाकारों का कहना है कि सिनेमा घरों और मॉल के मल्टिप्लेक्स में छत्तीसगढ़ी फिल्मों को कठिन शर्तों के साथ ही प्रदर्शित किया जाता है। जिससे उन्हें काफी नुकसान हो रहा है। पिछले करीब एक महीने से छत्तीसगढ़ी फिल्म कलाकर व इस इंडस्ट्री से जुड़े लोग लामबंद हो रहे थे। कलाकारों का कहना है कि जैसे अन्य हिंदी फिल्मों को दिखाया जाता है वैसा ही छत्तीसगढ़ी फिल्मों को भी दिखाया जाए।
राजधानी के सभी मल्टीप्लेक्स में विरोध पर पुलिस पहुंच कर कलाकारों को गिरफ्तार की। वहीं मामले को संज्ञान में लेकर संस्कृति मंत्री ने प्रदेश के कलाकारों को मिलकर आश्वासन दिया कि गुरूवार को बैठक कर उचित समाधान निकाला जाएगा। साथ ही उक्त निर्णय को कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा।