सीजी मेट्रो डॉट कॉम भिलाई नगर
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पाटन विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल ने राजस्व मंत्री रहते हुए बीएसपी लीज स्कीम का जबरदस्त विरोध किया था और इसे पूरी तरह से गैरकानूनी बताते हुए तत्काल रद्द करने की मांग की थी। भूपेश बघेल ने राजस्व मंत्री रहते हुए दुर्ग कलेक्टर को लिखित आपत्ति भी भेजी। दूसरी तरफ हाउस लीज संयुक्त संघर्ष समिति एवं भिलाई लोक सृजन समिति भिलाई नगर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव के समर्थन में वोट मांगते घूम रहे हैं। समिति के लोग लीज नहीं मिलने के कारणों का उल्लेख करते हुए देवेंद्र यादव को वोट देने की अपील कर रहे हैं।
निराश होना पड़ रहा है समिति को
समिति के सदस्य जहां-जहां भी वोट मांगने जा रहे हैं वहां उन्हें निराशा हो रही है। वोटर्स सवाल पूछ रहे हैं कि कांग्रेस के विधायक रहे बदरुद्दीन कुरैशी और वर्तमान सांसद ताम्रध्वज साहू ने आखिर ऐसा क्या किया जिससे समिति के लोग संतुष्ट हैं और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडे ने ऐसा क्या कर दिया कि वे उनके खिलाफ हो गए हैं। जब विधायक रहते हुए बदरुद्दीन कुरैशी ने 90 दिनों में लीज लाने का वादा करने के बाद भी अपने कार्यकाल में कुछ नहीं कर पाए तो फिर देवेंद्र यादव क्या कर पाएंगे जबकि उनके आका पीसीसी चीफ भूपेश बघेल लीज के पूरी तरह खिलाफ हैं। सांसद ताम्रध्वज साहू भी अपने कार्यकाल में एक बार भी लीज के विषय में संसद ने कुछ नहीं कहा फिर समिति के लोग बदरुद्दीन कुरैशी और ताम्रध्वज साहू के खिलाफ वोट क्यों नहीं मांग रहे हैं।
समिति के नाम का दुरुपयोग
समिति के सदस्य जो कांग्रेसी मानसिकता के हैं वहीं इस प्रयास में है कि देवेंद्र यादव के जीत जाने पर उन्हें लीज मिल जाएगा जबकि ऐसा बिलकुल ही संभव नहीं है जब से लीज प्रारंभ हुआ है तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार और भिलाई में कांग्रेस का विधायक रहा जो लीज नहीं ला सका तो फिर देवेंद्र यादव कैसे लीज ला सकेंगे। समिति के कांग्रेसी सदस्य दिग्भ्रमित करके अपने उन साथियों की भावनाओं के साथ कुठाराघात कर रहे हैं, जो वास्तव में लीज चाहते हैं जबकि समिति कांग्रेस और भाजपा में भेद करके समिति को राजनीतिक रंग दे रहे हैं , जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रेम प्रकाश पांडे लीज के विरोध में नहीं
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडे ने समिति के सदस्यों से कहा है और वह हर अपनी सभा में कह रहे हैं कि वे लीज के विरोधी नहीं बल्कि वे ऐसा झूठा वादा नहीं कर सकते हैं कि वे लीज कर देंगे, उनका साफ कहना है कि लीज विषय अभी कोमा में है और यदि उसमें कोई भी हलचल होती है तो वह एक अच्छे डॉक्टर की तरह लीज चाहने वालों की मदद करेंगे लेकिन उनका मानना है कि वर्तमान में लीज की स्थिति ऐसी है कि उसे लागू करवा पाना या लागू करवाने का वादा करना सीधे-सीधे लीज चाहने वालों के साथ बेईमानी होगी। केवल वोट हासिल करने के लिए वे झूठा वादा नहीं कर सकते हैं।