कोरोना को अफवाह बता कर ग्रामीणों ने मरीजों को अस्पताल ले जाने से रोका, अधिकारी पर किया हमला…..देखे विडियो

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रायपुर : जांजगीर-चांपा जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज को लेने गई पुलिस और डॉक्टरों की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस दौरान अधिकारी-कर्मचारी अपनी जान बचाकर भागे। बताया जा रहा है की ग्रामीणों ने संक्रमित मरीजों का इलाज गांव में करने की ही मांग करते हुए सेमरिया मुख्य मार्ग में चक्काजाम कर दिया और संक्रमित मरीजों को अस्पताल ले जाने से रोक दिया। सूचना पर मुलमुला पुलिस गांव पहुंची तो ग्रामीणों ने डॉक्टर और पुलिस के ऊपर पथराव कर दिया। बड़ी संख्या में जांजगीर व पामगढ़ थाना से पुलिस बल बुलाया गया।

एसडीएम पामगढ़ और तहसीलदार ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश दी तब जाकर मामला शांत हुआ। सर्वे करने के लिए पहुंची थी टीम पामगढ़ ब्लाक के ग्राम सेमरिया के 33 लोगों की रिपोर्ट रविवार को पॉजिटिव आई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए कोविड अस्पताल शिफ्ट कर रही थी। करीब 20 मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती किया जा चुका था। गांव में 14 संक्रमित और बचे थे। सोमवार को पामगढ़ ब्लाक के बीएमओ डॉ.सौरभ यादव के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वालों का कांटेक्ट ट्रेसिंग के साथ ही सर्वे करने के लिए पहुंची थी।

कोरोना बीमारी नहीं है केवल अफवाह स्वास्थ्य विभाग की टीम जब संक्रमितों को लेने पहुंची तो ग्रामीणों को किसी ने भड़का दिया और वे संक्रमित मरीजों का इलाज गांव में ही करने की मांग करने लगे। साथ ही ग्रामीणों का कहना था कि कोरोना बीमारी नहीं है केवल अफवाह है। संक्रमित मरीजों को अस्पताल ले जाएंगे तो उनकी खेती- बाड़ी और जानवरों की देखरेख कौन करेगा। इन सभी बांतो को लेकर वे अड़ गए।

डॉक्टरों की टीम ने ग्रामीणों को समझाइश दी मगर वे नहीं माने। ग्रामीणों को दी गई समझाइश स्वास्थ्य और पुलिस ने इसकी सूचना विभाग के उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद बड़ी संख्या में जांजगीर व पामगढ़ थाना से पुलिस बल सेमरिया भेजा गया। वहीं एसडीएम पामगढ़ अनुपम तिवारी, तहसीलदार पामगढ़, एसडीओपी जितेन्द्र चंद्राकर, एसडीओपी दिनेश्वरी नंद सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गांव पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश दी तब जाकर मामला शांत हुआ। इसके बाद संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए कोविड अस्पताल जांजगीर लाया गया