Chandrayaan 2: चांद पर लैंडिंग के दौरान क्या हुआ था NASA ने दी अहम जानकारी.. लैंडिंग साइट की तस्वीरें भी जारी की..

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नई दिल्ली। चांद पर लैंडिंग से ठीक पहले चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का इसरो से संपर्क टूट गया था, इसके बाद से इसरो लैंडर से संपर्क करने की कोशिश में जुटा हुआ था। हालांकि इसमें कामयाबी नहीं मिली थी, लेकिन अब 20 दिनों के बाद अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने लैंडर विक्रम को लेकर बड़ी जानकारी दी है। नासा ने लैंडिंग साइट की तस्वीरें भी जारी की हैं। नासा ने कहा है कि चंद्रयान-2 के लैंडर की ‘हार्ड लैंडिंग’ हुई थी, जब चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के ऐतिहासिक प्रयास के दौरान उसका संपर्क टूट गया था।

नासा ने जारी की लैंडिंग साइट की तस्वीरें 

नासा ने चांद की सतह की हाई रिजॉल्यूशन तस्वीरें जारी की हैं और बताया है कि चांद की सतह पर विक्रम लैंडर की हार्ड लैंडिंग हुई थी। नासा ने लैंडिंग साइट की तस्वीरें जारी की हैं लेकिन लैंडर विक्रम के बारे में पता नहीं चल सका है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, चांद पर रात हो चुकी है, इसके चलते ज्यादातर सतह पर केवल परछाई ही दिख रही है। ऐसे में हो सकता है लैंडर किसी परछाई में छिप गया हो।

विक्रम की हुई थी हार्ड लैंडिंग

नासा के ऑर्बिटर ने विक्रम लैंडर की तस्वीरें तब ली थीं जब यह उस जगह से गुजर रहा था जहां विक्रम लैंडर की लैंडिंग हुई थी। नासा अक्टूबर में दक्षिणी ध्रुव से अंधेरा छंटने के बाद एक बार फिर अपने लूनर रिकॉर्नेसा ऑर्बिटर के कैमरे से विक्रम की लोकेशन जानने और उसकी तस्वीरें लेने की कोशिश करेगा। नासा ने कहा है कि विक्रम लैंडर ने 7 सितंबर को चांद की सतह पर सिंपेलियस-एन और मेंजियस-सी क्रेटर के बीच प्लेन पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश की थी लेकिन इस दौरान इसरो से इसका संपर्क टूट गया। विक्रम लैंडर की हार्ड लैंडिंग हुई थी।

चांद की सतह पर लैंडिंग से पहले टूटा था 

विक्रम से संपर्क इसके पहले, इसरो चीफ के. सिवन ने कहा था कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर ठीक से काम कर रहा है। उन्होंने कहा था कि विक्रम लैंडर से संपर्क नहीं हो सका है। के. सिवन ने कहा कि नेशनल लेवल कमेटी इसका अध्ययन कर रही है कि लैंडिंग के ठीक पहले आखिर ऐसा क्या हुआ जिसके बाद विक्रम से संपर्क टूट गया था। के. सिवन ने बताया था कि चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर के सभी पेलोड ठीक से संचालित हो रहे हैं।