छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसद को मिली जान से मारने की धमकी, सांसद को मिला धमकी भरा पत्र, हाल ही में नक्सलियों ने RSS कार्यकर्ता की हुई थी हत्या..

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राजनांदगांव। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा नक्सलियों पर लगाम कसने और उन्हें जड़ से खत्म करने के लिए नई-नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। जिसके चलते जंगलों में आईटीबीपी, डीआरजी और स्थानीय पुलिस द्वारा सर्चिंग अभियान भी किया जा रहा है। जिससे बौखलाए नक्सलियों द्वारा जवानों और जनप्रतिनिधियों को अपना निशाना बनाया जा रहा है। इसी के तहत नक्सलियों ने गत दिनों कांकेर जिले के आरएसएस कार्यकर्ता दादूराम कोरेटी को उनके घर से निकालकर कुछ ही दूरी में ले जाकर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।

  • सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत एक माह पहले राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद संतोष पांडे को भी नक्सलियों द्वारा पत्र लिखकर धमकी दी गई है।
  • बताया जा रहा है कि उक्त पत्र में नक्सलियों द्वारा संघ प्रचारक को जान से मारने की धमकी भी दी गई है। वहीं राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद संतोष पांडे के ऊपर विद्वेश पूर्ण असंसदीय भाषा का उपयोग भी किया गया है। एवं जान से मारने की धमकी भी गई है।
  • सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि गत दिनों कांकेर में हुए आरएसएस कार्यकर्ता दादूराम कोरेटी की हत्या के बाद जो पर्से फेंके गए थे। उस पर्चे और सांसद संतोष पांडे को मिले पर्चे की लिखावट और शैली एक सामान है।
  • जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि नक्सलियों द्वारा केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही नक्सल विरोधी गतिविधियों से बौखलाए हुए है और इस तरह के कृत्य करने को आमद है।

संतोष पांडे ने कहा- हां मिझे मिला है पत्र

राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद संतोष पांडे से इस संबंध में जब चर्चा की गई तो उनका कहना था कि हां मुझे लगभग एक माह पहले पत्र मिला था। जिसमें संघ प्रचारक प्रमुख और मेरे नाम से विद्वेश पूर्ण अससंदीय भाषा का उपयोग किया गया है। जिसकी जानकारी मैंने अपने अधिकारियों और संघ प्रचारक प्रमुख को दे दी हैं नक्सलियों द्वारा पत्र मिला है वह संघ प्रमुख के पास दे दिया हूं।

पुलिस को नहीं हैं जानकारी

इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल सेल प्रभारी गोरखनाथ बघेल का कहना है कि नक्सलियों द्वारा सांसद संतोष पांडे को पत्र लिखा गया है वह मेरी जानकारी में नहीं और ना ही सांसद संतोष पांडे द्वारा किसी भी पत्र की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई है। यदि जानकारी आती तो उक्त पत्र की छानबीन कराई जातीं अभी हाल ही में कुछ सरारती तत्वों द्वारा बैनर- पोस्टर लगाकर अफवाह फैलाने का काम किया जा रहा था। जिसका पर्दाफाश किया जा चुका है।