छत्तीसगढ़ : बीजेपी का मिशन इलेक्शन! विपक्ष ने लाया ये राजनीतिक प्रस्ताव….

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रायपुर, 14 नवम्बर 2021। लगातार 3 टर्म तक सरकार चलाने के बाद 2018 के चुनाव में छत्तीसगढ़ में जनता ने भाजपा के खिलाफ जनादेश देते हुए…उसे 14 सीटों पर समेट दिया…इसके बाद से लगातार भाजपा की प्रदेश इकाई पर निष्क्रीय होने आरोप भी लगते रहे…लेकिन प्रदेश प्रभारी के तौर पर डी पुरंदेश्वरी समेत केंद्रीय संगठन के नेताओं के सतत दौरे, बैठकों और समीक्षा के चलते अब पार्टी नेता एक्टिव दिख रहे हैं…अब भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक में तय हुआ है कि आने वाले वक्त में प्रदेश में सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों पर आंदोलन चलाए जाएंगे…जिस लिए बाकायदा राजनीतिक प्रस्ताव लाया गया है…इसपर सत्तापक्ष ने तंज कसते हुए विपक्ष को सकारात्मक मुद्दे उठाने की नसीहत दी है…

सवाल ये है कि विपक्ष की ये तैयारी अपने संगठऩ को सक्रिय करने के लिए है या फिर सरकार को वाकई मुश्किल में डाल सकती है ?

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लंबे समय तक खामोश रहा विपक्षी दल भाजपा अब हर स्तर पर सक्रिय रहना और दिखना चाहता है…शुक्रवार को दीवाली मिलन कार्यक्रम करने का बाद शनिवार को बीजेपी प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नबीन की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई…जिसमें कोरोना संकटकाल में प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए निर्णयों, वैक्सीनेशन की व्यवस्था, गरीबों-जरूरतमंदों को मुफ्त खाद्यान्न वितरण समेत मोदी सरकार की अब तक की ऐतिहासिक उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया गया…साथ ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार की विफलताओं को लेकर राजनीतिक प्रस्ताव लाया गया…

पार्टी नेताओं ने तय किया कि इन्हीं मुद्दों पर आने वाले दिनों में प्रदेश सरकार के खिलाफ सदन से सड़क तक…हर एक बूथ तक धरना-प्रदर्शन और आंदोलन किया जाएगा…।

इधऱ, भाजपा की कार्यसमिति बैठक में लाए गए राजनीतिक प्रस्ताव पर तंज कसते हुए कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि भाजपा को जनता ने 14 सीट देकर विधानसभा के एक कोने में बैठाया है…भाजपा की ड्यूटी है कुछ मुद्दे उठाने की…विपक्ष से उम्मीद है कि वो रचनात्मक मुद्दा उठाएं क्योंकि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण और संप्रदायिकता जैसा कोई मुद्दा नहीं है..ये

विशुध्द तौर पर भाजपा का पॉलिटिकल एजेंडा है…।

कार्यसमिति की बैठक में भारतीय जनता पार्टी ने जिन-जिन मुद्दों पर राजनीतिक प्रस्ताव पास किया है उसे लेकर आने वाले दिनों में सरकार के खिलाफ आक्रमक तेवर के साथ प्रदर्शऩ की तैयारी का दावा है…यानि पार्टी ने मिशन 2023 के लिए कमर कस ली है….सवाल ये कि विपक्ष के ये तेवर और आंदोलन सत्तापक्ष के लिए कितना चुनौतीपूर्ण साबित होंगे…।