छत्तीसगढ़ में आपदा को अवसर में बदले वाले एक और मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल पर गिरी गाज, लाइसेंस किया रद्द

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राजनांदगांव। इस समय पूरी मानव जाति पर संकट आ पड़ा है, जीवन और मौत की जंग चल रही है। इसके बावजूद कई हॉस्पिटल इस विकत आपदा को अवसर समझ बैठे है। न जाने ये ऐसे धन का क्या करेंगे जो किसी के मौत का कारण बना हो। प्रदेश का एक ऐसा ही सुंदरा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल है जो आपदा को अवसर में तब्दील कर रहा था। जिसके खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। हॉस्पिटल का लाइसेंस 1 महीने के लिए रद्द कर दिया गया है।

हॉस्पिटल में मिली कई गड़बड़ियां

जानकारी मिली है कि इस अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन में अनियमितता के साथ-साथ 60 बेड की जगह 100 बेड का कोविड हॉस्पिटल चलाया जा रहा था। भर्ती मरीजों से सरकार की गाइड लाइन से अधिक बिलिंग की गई थी, जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई की है।

अस्पताल को नोटिस जारी कर 24 घंटे मे मागा गया था जवाब

सुंदरा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में अनियमितता को देखते हुए कलेक्टर टीके वर्मा ने जांच टीम गठित की थी। जांच टीम जांच करने पहुंची थी। जांच में कई गंभीर गलतियां पकड़ में आई हैं। इस अस्पताल प्रबंधन ने न सिर्फ रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में शासन द्वारा दिए गए निर्देशों की अवहेलना की बल्कि कोरोना संक्रमितों के लिए निर्धारित राशि से ज्यादा वसूली की है। अस्पताल को नोटिस जारी कर 24 घंटे मे जवाब मागा गया था।

मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल का लाइसेंस किया रद्द

कलेक्टर टीके वर्मा ने कहा कि सुंदरा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल की शिकायत मिली थी, जिस पर एक टीम गठित की गई थी। टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी है, उस आधार पर उक्त हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की गई है। भर्ती मरीजों के डिस्चार्ज के बाद 1 महीने तक के लिए हॉस्पिटल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।