छत्तीसगढ़ का पहला सरकारी ड्राइविंग स्कूल शुरू, महिलाओं और थर्ड जेंडर को फीस में मिलेगी 50% की छूट…..

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रायपुर, 10 दिसम्बर 2021। नवा रायपुर के तेंदुआ गांव में छत्तीसगढ़ का सबसे आधुनिक और पहला सरकारी ड्राइविंग स्कूल शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार शाम को इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान संस्थान के शुल्क में महिलाओं और थर्ड जेंडर के लिए 50% की छूट की घोषणा की। उन्होंने कहा, नि:शक्त प्रशिक्षुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

हॉस्टल की भी है सुविधा

नवा रायपुर के 20 एकड़ में बने इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च के निर्माण में 17 करोड़ रुपए की लागत आई है। परिवहन विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि इस इंस्टीट्यूट में एक साथ 250 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा सकता है। यहां 80 लाेगाें के लिए हॉस्टल की सुविधा भी है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिमुलेटर पर आजमाया हाथ

यहां प्रशिक्षुओं के लिए योग प्रशिक्षण, टीवी रूम और खेल मैदान की व्यवस्था भी है। इस वर्ष यहां 2 हजार लोगों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है। इस संस्थान का संचालन मारुति सुजुकी इंडिया करेगी। मारुति सुजुकी इंडिया के CEOऔर MD केनिची आयुकावा ने बताया कि उनका संस्थान पिछले 20 वर्ष में पूरे देश में 39 लाख लोगों को ड्राइविंग का प्रशिक्षण दे चुका है। नवा रायपुर में स्थित यह IDTR मारुति सुजुकी का देश में 8वां संस्थान है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्घाटन के दौरान सिमुलेटर पर भी हाथ आजमाया।

मुख्यमंत्री बोले, प्रशिक्षण से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस इंस्टीट्यूट में विशेषज्ञों द्वारा अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से प्रशिक्षुओं को ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें गाड़ी चलाने, पार्किंग, बैक करने, चढ़ाव और टर्निंग पर गाड़ी कैसे चलाना है, यह सिखाया जाएगा। साथ ही वाहनों में लगे हुए यंत्रों की कार्यप्रणाली से अवगत कराया जाएगा। तेज गति से वाहन चलाना नहीं बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारा नियंत्रण अपने वाहन पर हो। उन्होंने कहा, यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे।