छत्तीसगढ़: नौकरी दिलाने के नाम पर 82 लाख रूपए की धोखाधड़ी, पुलिस 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार…

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रायपुर 23 जून 2021। नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने यूरोप-गल्फ में नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 82 लाख रूपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था। राज्य साइबर पुलिस थाना की त्वरित कार्रवाई से दिल्ली एनसीआर स्थित नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपियों को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

आरोपियों ने रायगढ़ स्थित जिंदल कंपनी में कार्यरत अनु कुमार प्रसाद को आरोपियों के द्वारा स्वयं को साईन डॉट कॉम कंपनी एवं एनआर कंसलटेंसी का प्रतिनिधि होने का हवाला देते हुए उन्हे ‘आबूधाबी’ (संयुक्त अरब अमीरात) स्थित यमनलार कंपनी में जीएम के पद पर नौकरी दिलाने का विश्वास दिलाते हुए रजिस्ट्रेशन, इंटरव्यूह, पुलिस वैरिफिकेशन, एक्सचेंज प्लानिंग, सिक्यूरिटी मनी, वीजा टिकट प्रोसेसिंग, इमीग्रेशन आदि के नाम पर वर्ष 2014 से लगातार 2020 तक कुल 81 लाख छप्पन हजार 925 रूपये की धोखाधड़ी की गई।

जब प्रार्थी को लगा कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गया तब उसने विशेष पुलिस महानिदेशक के समक्ष प्रस्तुत हो कर शिकायत की जिस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए प्रार्थी के लिखित आवेदन पर राज्य साइबर पुलिस थाना, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर, अटल नगर (छ.ग.)में अपराध पंजीबद्ध किया गया। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर पाया गया की आरोपियों द्वारा नोएडा उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली से अपराध को किया गया है। उक्त गठित टीम को आरोपियों के पता-साजी गिरफ्तारी हेतु रवाना किया गया ।

अपराधियों की पता-साजी कर साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों से पुछताछ करने पर अपना अपराध करना स्वीकार किया गया एवं बताया गया कि उनके द्वारा दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर एवं कंसलटेंसी कंपनी बनाकर देश भर में फर्जीवाड़ा किया जाता है एवं दीगर राज्यों से आने वाले लोगो को ठगी की राशि का 20 से 25 प्रतिशत देकर बैंक अकाउंट को किराये से लिये जाते है।

आरोपियों के खाते में जमा ठगी की राशि लगभग 7 लाख रूपये बैंकों में फ्रीज करवाई गई। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपी नितिन रावत पिता नरेश रावत उम्र 29 वर्ष, अभिषेक गुप्ता पिता उदय नारायण गुप्ता उम्र 24 वर्ष, विद्यापति मिश्रा पिता ज्ञान प्रकाश मिश्रा उम्र 38 वर्ष को विधिवत् गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय उत्तरप्रदेश के समक्ष पेश कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर छत्तीसगढ़ लाया गया एवं माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्ततु कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिला कराया गया।

प्रकरण में साक्ष्य के आधर पर अन्य आरोपियों की पता-साजी की जा रही है। आरोपियों द्वारा संचालित कंपनी के विरूद्ध केरल एवं ओड़िसा में पूर्व में ही वर्ष 2014 से अपराध दर्ज है, परंतु राज्य साइबर पुलिस थाना, पुलिस मुख्यालय, नवा रायपुर, अटल नगर (छ.ग.) को आरोपियों की गिरफ्तारी में सर्वप्रथम सफलता प्राप्त हुई है।