बलरामपुर। छत्तीसगढ़ में प्रदेश सरकार कुपोषण के खिलाफ अलग-अलग कई योजनाएं चला रही है। ताकि प्रदेश में कोई बच्चा कुपोषित ना रहे। लेकिन बलरामपुर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जानकारी मिली है कि बाड़ी चलगली गांव में पिछले 10 महीनों से आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को बांटे जाने वाला ‘रेडी टू ईट’ गोदाम में सड़ने के लिए फेंक दिया गया है। अब वो खाने योग्य नहीं रहा। उसमें कीड़े लग गए हैं।
10 महीने से नहीं हुआ वितरण
महिला एवं बाल विकास विभाग कुपोषण के लिए भले ही तमाम प्रयास कर ले। वजन त्यौहार मना ले, लेकिन बाड़ी चलगली गांव में इन प्रयासों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। क्योंकि पिछले 10 महीनों से यहां बच्चों को रेडी टू ईट का वितरण नहीं किया गया है। कुपोषण के लिए तमाम प्रयास करने वाली छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा बलरामपुर जिले के राजपुर विकासखंड के बाड़ी चलगली गांव में महज कुछ अधिकारियों की लापरवाही से फेल नजर आ रही है। यहां के पटेल पारा में पिछले 10 महीने से रेडी टू इट का वितरण नहीं किया गया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के घर में सड़ रहा पौष्टिक आहार
हैरानी की बात तो यह है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के घर में यह पूरा रेडी टू ईट गोदाम में सड़ने को फेंक दिया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर गांव में महज खानापूर्ति के लिए कभी-कभी जाती है। बलरामपुर के दूरस्थ इलाके में मौजूद इस गांव में कुपोषण के प्रति शासन-प्रशासन की अभियान पहली सीढ़ी में ही फेल है।
गांव में लगाया जाएगा कैम्प- एसडीएम
जब पूरे मामले की जानकारी राजपुर अनुभाग के एसडीएम बालेश्वर राम को दी गई, तो उन्होंने दूरस्थ क्षेत्र का हवाला देते हुए कहा कि जल्द ही गांव में कैम्प लगाकर समस्या का समाधान किया जाएगा।
लापरवाही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई- संसदीय सचिव
यह पूरा मामला सामने आने के बाद संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने भी आश्वासन दिया है कि लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसी लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।