बिलासपुर 26 अप्रैल, 2019। छत्तीसगढ़ की पुलिस टीम में मासूम बच्चा विराट को सकुशल घर वापस ले आयी है। पुलिश की स्पेशन टीम में पांच से अपहृत बच्चे को अल सुबह ढूंढने में कामयाब हो गई। दरअसल बिलासपुर के भाजपा कार्यालय के सामने की गली नंबर 6-7 से मासूम विराट का अपहरण हुआ था उसे पुलिस अल-सुबह ढूंढने में कामयाब हो गई है। इस मासूम के अपहरण के बाद हाईकोर्ट ने भी चिंता जताई थी। इधर अमेठी में गुरुवार से प्रचार के लिए गए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी से सुबह पांच बजे तक पल-पल की जानकारी लेते रहे। सीएम भूपेश बघेल ने साफ शब्दों में कहा था कि परिवार के चेहरे पर खुशी लौटनी चाहिए। चाहे जो हो जाय। हर हाल में विराट को खोजना है। बाद में किसी के घर जाकर खेद जताने वाली स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए।
- गौतलब है कि 20 अप्रैल को मासूम विराट का बिहार के एक गैंग ने अपहरण कर लिया था। इसी 28 अप्रैल को विराट का जन्मदिन है, लेकिन उससे पहले पुलिस ने उसे गैंग के हाथों से छुड़ाने में कामयाब हो गई।
- पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि सामान्य तौर पर जब भी किसी बच्चे का अपहरण होता है तो पुलिस को काफी एहतियात के साथ अपनी कार्रवाई करनी होती है।
- अपहरणकर्ता पांच करोड़ की फिरौती के चक्कर में थे जो घटते-घटते ढाई-तीन करोड़ तक पहुंच गया था। विराट को हजारों-हजार झोपड़ियों के बीच रखा गया था जहां से उसे निकालना बेहद कठिन था।
- अपहरणकर्ता खुद को बचाने के लिए बच्चे की जान के साथ खेल सकते थे, लेकिन पुलिस ने काफी सूझबूझ के साथ अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया।
- विराट की बरामदगी के लिए बिलासपुर के एसपी के साथ-साथ दुर्ग और बालोद के एसपी भी विशेष रुप से तैनात किए गए थे। विराट का अपहरण गैंग के किन सदस्यों ने किया था। वे क्या चाहते थे। इसकी विस्तृत नकारी पुलिस शुक्रवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस में देगी।