मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दुर्ग जिले को 177 करोड़ रुपए की सौगात, स्वसहायता समूहों को आज मिलेंगे चेक….

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रायपुर, 18 नवम्बर 2021। दुर्ग जिले में निकाय चुनाव से पहले सौगातों और विकास कार्यों की झड़ी लग रही है। सीएम भूपेश बघेल इलाके के लिए लगातार काम करते दिख रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री बघेल आज यानि यहां 18 नवंबर को 177 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे। हाल ही में बघेल ने भिलाई (Bhilai) में महंगाई को लेकर केंद्र के खिलाफ पैदल मार्च भी निकाला था।

177 करोड़ रुपए की सौगात

सीएम भूपेश बघेल दुर्ग जिले में 177 करोड़ रुपए की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। लोकार्पण एवं भूमिपूजन का ये कार्यक्रम दुर्ग जिले के नगर निगम भिलाई, भिलाई-चरौदा, रिसाली एवं जामुल नगर पालिका क्षेत्र में होगा। मुख्यमंत्री भिलाई नगर निगम क्षेत्र में 104 करोड़ रुपए के लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रमों की सौगात देंगे। इसके साथ भिलाई-चरौदा निगम में 40 करोड़ रुपए की राशि के निर्माण कार्यों की सौगात मिलेगी।

लोकार्पण और भूमिपूजन

सीएम के हाथों से रिसाली निगम में 27 करोड़ रुपए की राशि के कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन होगा। वहीं जामुल में 5 करोड़ रुपए के कार्यों का लोकार्पण और 1.91 करोड़ के कार्यों का भूमिपूजन होगा। मुख्यमंत्री इस मौके पर शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित हितग्राहियों को अनुदान राशि का चेक भी वितरित करेंगे।

स्वसहायता समूहों को मिलेंगे चेक

बता दें भिलाई निगम में 25 स्वसहायता समूहों को 30 लाख रुपए की राशि का चेक वितरित किया जाएगा। श्रम पदाधिकारी ने बताया कि इस अवसर पर 143 श्रमिकों के परिजनों को चेक भी वितरित किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा भी इसी तरह से हितग्राहियों को सामग्री वितरित की जाएगी। इसके अलावा मछली बीज एवं जाल आदि का वितरण भी किया जाएगा।

कैनाल रोड निर्माण एवं सौंदर्यीकरण का लोकार्पण

मुख्यमंत्री इस अवसर पर 28 करोड़ रुपए की लागत से बने कैनाल रोड का लोकार्पण भी करेंगे। इसके अलावा अधोसंरचना के कार्यों सहित एवं चौदहवें वित्त की राशि से कराए गए कार्यों का लोकार्पण भी होगा। इसके साथ ही आज बघेल जिले के सुरडुंग जलाशय के शीर्ष एवं नहर की रिमाडलिंग एवं लाइनिंग कार्य का भूमिपूजन भी करेंगे। बता दें क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से जलाशय की क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो पा रहा है। कार्य पूर्ण होने पर 100 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा सकेगी, जिसके बाद लगभग 62 हेक्टेयर के अतिरिक्त रकबे में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार हो पाएगा।