सीएम भूपेश ने चरोदा निगम को दी 5 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात, पुराने दिनों को यादकर सीएम भूपेश ने सुनाई ये कहानी, आपने कभी सुना नहीं होगा

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08 फरवरी 2019 भिलाई। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कर्जमाफी किए जाने के निर्णय के पश्चात मैं लगातार किसानों से मिला हूँ। उनमें जबरदस्त खुशी का माहौल है। लोगों ने कई सपने देखे थे जो कर्ज की वजह से पूरे नहीं हो पा रहे थे। किसानों की छोटी-छोटी खुशियां पूरी हुई हैं। कुछ लोगों ने बाइक ले ली और कुछ ने तो इस पर लिखवा भी दिया कि कर्जमाफी से मिले पैसे से मैंने खरीदा। यह सब सुनकर बहुत अच्छा लगता है। भिलाई-3 चरोदा में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यह बातें कहीं।
उन्होंने मंच से वाकया बताते हुए कहा कि अर्जुन्दा के एक किसान उनके पास आए और ग्यारह हजार रुपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए प्रदान किया। उन्होंने कहा कि आपकी पहल से खेती-किसानी को संजीवनी मिली है। हम कर्ज के बोझ से बाहर हुए हैं तो किसान के रूप में मैंने भी अपना दायित्व समझते हुए मुख्यमंत्री सहायता कोष में यह सहायता राशि दी है। उन्होंने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था को भी संजीवनी मिली है, क्योंकि बाजार की ताकत किसान से है। किसान की आर्थिक स्थिति खराब होने का बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

नगरीय प्रशासन मंत्री ने कही ये बातें…

  • अभिनंदन समारोह में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉक्टर शिव डहरिया ने भी संबोधन दिया।
  • उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय की मंशा के अनुरूप भिलाई-चरौदा नगर निगम के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी।
  • डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़िया माटी पुत्र मुख्यमंत्री बने हैं। अब हमारे पुरखों के सपने पूरे होंगे।
  • लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि भिलाई-3 के बारे में मुख्यमंत्री इतनी जानकारी रखते हैं कि कई बार मैं चकित हो जाता हूं।
  • यह लोगों से उनके गहरे जुड़ाव की वजह से ही संभव हो पाया है। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी और 2500 रुपए धान का समर्थन मूल्य जैसे वायदे पूरे किए। – यह किसानों और जनहित में की गई बहुत बड़ी पहल है।
  • नागरिक अभिनंदन में स्वागत भाषण तुलसी साहू ने किया। मुख्यमंत्री ने दिवाकर बहनों का भी सम्मान किया।

भिलाई-3 की गलियां गोकुल जैसी

  • समारोह में मुख्यमंत्री बघेल ने भिलाई-3 से जुड़े अपने बचपन की यादें भी साझा की।
  • उन्होंने बताया कि इस जगह जहां सभा हो रही है वो खेले थे और अब बचपन की निशानी एक ईमली का पेड़ ही बचा है जो सामने दिख रहा है।
  • भिलाई स्टील प्लांट बनने के बाद तेजी से यहां बसाहट हुई और आबादी इतनी ज्यादा बसी कि यहां काफी कम जगह सार्वजनिक कार्यों के लिए बच गई।
  • पूर्व में संबोधन के दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने जिक्र किया कि यहां इतने सारे सामुदायिक भवन एक साथ क्यों है। – इसका कारण यह है कि गोकुल की तरह संकरी गलियां होने की वजह से डोली निकालने में भी दिक्कत होती थी तो एक जगह सभी सामुदायिक भवन बनाने की पहल की।
  • बघेल ने बताया कि किस तरह यहां पेयजल की दिक्कत दूर करने की पहल उन दिनों उन्होंने की थी। पहली बार मंत्री बने थे तो हर घर में चैक पूरे गए थे।
  • बघेल ने कहा कि भिलाई-3 में मुझे बहुत स्नेह मिला। जब मैं पहली बार मंत्री बनकर यहां लौटा था तो पूरे यहां के हर घर में माताओं-बहनों ने चैक पूरे थे। मैं स्वागत से अभिभूत था। ऐसा अभूतपूर्व स्वागत मैंने जीवन में कहीं नहीं देखा था।
  • बघेल ने कहा कि लोग बहुत परेशान थे। छोटे प्लाट की रजिस्ट्री पर प्रतिबंध था। यह हटाया गया और दस हजार प्लाट की रजिस्ट्री हुई है।

शिकायतें मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंचना कलेक्टरों का लिटमस टेस्ट

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन का उद्देश्य यह था कि लोगों को भोपाल तक न जाना पड़ा।
  • उनकी समस्याएं स्थानीय मुख्यालय स्तर पर ही हल हों।
  • हमने कलेक्टरों को यही कसौटी दी है कि किस कुशलता से वे जनता की समस्या का निराकरण करते हैं ताकि उन्हें मुख्यमंत्री के पास अपना आवेदन लेकर आने की जरूरत न पड़े। यह उनका लिटमस टेस्ट है।

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