गांधीवादी विचारधारा की सार्थकता विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन…

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रायपुर। इतिहास अध्ययन शाला पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा तीन दिवसीय गांधीवादी विचारधारा की सार्थकता विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आज समापन हो गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि राहुल सिंह उपसंचालक पुरातत्व एवं संस्कृति छत्तीसगढ़ शासन और विशिष्ट अतिथि प्रो. एके पटनायक विभागाध्यक्ष इतिहास उत्कल विश्वविद्यालय भुवनेश्वर ओड़िसा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केशरी लाल वर्मा ने की।

राहुल सिंह ने गांधी जी पर थौरो और रस्किन के प्रभाव और ‘अन टू द लास्ट’ की चर्चा की। गांधी एक साधारण व्यक्ति थे जो असाधारण काम कर गये। डॉ. पटनायक ने गांधी जी के राजनीतिक सिद्धांतों की चर्चा की और सुभाष चंद्र बोस के साथ उनके संबंधों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की संयोजक प्रो. आभा रुपेन्द्र पाल ने संगोष्ठी का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। और बतलाया कि लगभग 150 से अधिक शोध पत्र पढ़े गये। आयोजन सचिव डॉ. डीएन खुटे सहायक प्राध्यायक ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. रीता वेणुगोपाल विभागाध्यक्ष शारीरिक शिक्षा अध्ययन शाला द्वारा किया गया।

इस अवसर पर डॉ. रमेन्द्रनाथ मिश्रा, डॉ. एलएस निगम, डॉ. शंपा चौबे, डॉ. रीता पाण्डेय, डॉ. शिखा सरकार, डॉ. बंसो नरूटी, डॉ. सीमा पाल, डॉ. बीएस सोनेकर, पीयुष त्रिपाठी, डॉ. सीआर पटेल एवं अन्य शिक्षक व अधिकारी-कर्मचारी, शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे। तत्पश्चात इतिहास अध्ययन शाला द्वारा पूर्व छात्र-छात्राओं का मिलन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें शिक्षा जगत, प्रशासनिक सेवा और विभिन्न क्षेत्रों से जुडे पूर्व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।