मंत्री चंद्राकर को हराने कांग्रेस नीलम चंद्राकर को उतार सकती है मैदान में, कुछ ऐसा बन रहा समीकरण..

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कुरुद। धमतरी जिले की कुरूद विधानसभा सीट शुरु से ही चुनावी दांवपेच का अखाड़ा रहा है। हर बार यहां की जनता नए विधायक देखना चाहती है। यहीं वजह है कि जब जनता को लगता है कि उनका नेता उम्मीदों पर खरा ना उतर रहा तो तुरंत अपना विधायक का चेहरा बदल देती है। कुरुद विधानसभा सीट सामान्य सीट है। यहां साहू और कुर्मी प्रत्याशी के बीच में मुकाबला रहा है। भाजपा ने इस बार भी अपने प्रत्याशी के रुप में कुर्मी समाज से अजय चंद्राकर को मैदान पर उतारा है। पिछले चुनाव में यहां पर अजय चंद्राकर ने कांग्रेस के लेखराम साहू को हजारों वोटों से हराया था। लेकिन इससे पहले 2008 में लेखराम साहू ने करीब 6 हजार वोटों से अजय चंद्राकर को पटखनी दी थी। लेकिन इस बार चुनावी समीकरण कुछ बदला सा नजर आ रहा है। आइए आपको दिखाते है पूरी रिपोर्ट…

रायपुर से लगे कुछ दूरी पर कुरुद विधानसभा क्षेत्र आता है। हर बार बदलते विधायक के चलते इस बार भाजपा की हालत पतली नजर आ रही है। इधर कांग्रेस धमतरी के जिला पंचायत सदस्य नीलम चंद्राकर को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। भाजपा प्रत्याशी अजय चंद्राकर को हराने कांग्रेस ने पूरी रणनीति बना ली है। इस बार मुकाबला दो चंद्राकर के बीच देखने को मिलने सकता है। साहू और कुर्मी बाहुल्य इस सीट पर दो कुर्मी के बीच बड़ा दिलचस्प मुकाबला होगा ऐसा माना जा रहा है। जानकारों की माने तो राहुल गांधी नीलम चंद्राकर से काफी अच्छे से परिचित है। और जब पैनल में उनके नामों पर चर्चा हुई तो उनके नाम पर ज्यादा कोई सवाल नहीं किया गया। खैर देखना होगा पार्टी किसे अपना प्रत्याशी चुनती है।

भाजपा प्रत्याशी के लिए अपने ही बन सकते हैं मुसीबत

भाजपा प्रत्याशी अजय चंद्राकर के खिलाफ उनके अपने ही भाजपा नेता माहौल बना चुके है। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा प्रत्याशी के लिए उनके अपने ही मुसीबत बन सकते है। पहले तो प्रदेश मंत्री और पूर्व जिलाध्यक्ष निरंजन सिन्हा ने विधायक की दावेदारी पेश कर अजय की धड़कने बढ़ा दी थी। हालांकि पार्टी ने उन्हे किसी तरह मैनेज किया था। गौरतलब है कि निरंजन सिन्हा ने कुछ महिने पहले ही भाजपा प्रदेश कार्यालय में बैठक के दौरान भाजपा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री सौदान सिंह के सामने दावेदारी पेश कर दी थी। ऐसे में कुरूद विधानसभा की सियासी समीकरण देखने लायक था। निरंजन सिन्हा ने कुरूद विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी पेश कर मंत्री जी की मुश्किल बढ़ा थी। उस समय कुरुद विधानसभा सीट से ये भी देखने को मिला था कि निरंजन सिंहा के दावेदारी पेश करने से भाजपा के कई बड़े नेता उनके समर्थन में आ गए थे।

हालांकि ये तो समय ही बताएगा कि कुरुद की जनता किसे अपना विधायक के रुप में चुनती है। और किसे अपनी सेवा करने का मौका देती है।

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