रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस एक्शन मूड में है तो भाजपा नरम पड़ गई है। दरअसल कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी और पूर्व महापौर किरणमयी नायक ने पंडरी थाने में बीजेपी के विधायक और प्रवक्ता शिवरतन शर्मा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में शिकायत की है। इससे पहले कांग्रेस ने शर्मा के साथ टीवी चैनलों की बहस में शामिल नहीं होने का फैसला लिया था। वहीं भाजपा ने शिवरतन के बयान को अधिकारिक बयान ना बताते हुए माफी मांग ली है। बावजूद इसके कांग्रेस कार्यवाही के लिए अड़ी है और शिवरतन के खिलाफ थाने में एफ आई आर दर्ज कराई है।
कांग्रेस प्रवक्ता तिवारी और पूर्व महापौर नायक ने शिकायत में कहा है कि शिवरतन शर्मा ने भाजपा के मीडिया विभाग के अन्य साथियों के साथ मिलकर हमारी पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बारे में अपशब्दों का उपयोग किया है। ऐसे संबोधनों से अत्यंत गंभीर पीड़ा उत्पन्न हुई है। उन्होंने इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि पार्टी प्रवक्ताओं की लड़ाई उस समय खुलकर सामने आई थी, जब पहली बार बीजेपी ने कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी के खिलाफ बैन लगाने की मांग की थी। बीजेपी ने टीवी चैनल्स में तिवारी के साथ डिबेट में भाग नहीं लेने का ऐलान किया था। इसके बाद कांग्रेस ने भी शिवरतन की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद उनके साथ डिबेट में शामिल नहीं होने का ऐलान कर दिया। इसके बाद भी लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी लगातार इस मुद्दे को लेकर बीजेपी नेताओं पर निशाना साध रहे हैं और उन्होंने बकायदा थाने में इसकी शिकायत कर दी है।
उधर, जानकारी सामने आई है कि विवाद बढ़ता देख बीजेपी बैकफुट में आ गई है। कहा जा रहा है कि बीजेपी ने इस मसले पर खेद जताया है। हालांकि बीजेपी के खेद व्यक्त करने की अधिकृत विज्ञप्ति हमारे पास नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया में इस बात की चर्चा है कि भाजपा की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा के नाम से ३० अप्रैल को जारी विज्ञप्ति शर्मा व पार्टी का अधिकृत बयान नहीं है। यह विज्ञप्ति पार्टी के मीडिया विभाग द्वारा असावधानीवश बिना सहमति से जारी हो गया था। इस विज्ञप्ति से अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची हो तो हम उसके लिये खेद व्यक्त करते हैं।
अगर सोशल मीडिया में चल रही चर्चा सही है तो देखना है कि इस मसले का पटाक्षेप होता है अथवा नहीं, क्योंकि कांग्रेस प्रवक्ता इस मुद्दे पर लगातार दबाव बनाए हुए हैं। पुलिस में शिकायत के बाद कांग्रेसी इस मुद्दे पर बीजेपी के खिलाफ सड़क की लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं।