विश्व बालिका दिवस पर साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट मोनाली गुहा ने दीं सिक्योरिटी टिप्स

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रायपुर से मोनाली गुहा..

न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व मे सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले यूज़र्स की संख्या दिन पे दिन बढ़ती ही जा रही है । इसमें एक बड़ा वर्ग बालिकाओं और किशोरी युवतियों का भी है जो इन पर अकाउंट्स तो बना लेती हैं मगर सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी न होने के कारण अपने आप को साइबर अपराधों से सुरक्षित नहीं रख पातीं ; उन्ही की सुरक्षा के लिए पेश हैं साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट मोनाली गुहा द्वारा बताए गए ये खास सोशल मीडिया सिक्युरिटी टिप्स :

रखें स्ट्रांग पासवर्ड

आपका पासवर्ड जितना कठिन होगा उतना ही सुरक्षित आपका सोशल मीडिया अकाउंट होगा ,इसके लिए स्ट्रांग पासवर्ड का इस्तेमाल करें जिसमे स्पेशल कैरेक्टर , न्यूमेरिक और स्मॉल कैपिटल अल्फाबेट का यूनिक कॉम्बिनेशन हो , उदाहरण के लिए –

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एक स्ट्रांग पासवर्ड कहा जा सकता है जिसकी लेंथ 8 से 15 या उससे अधिक कैरेक्टर्स तक रखना सुरक्षित कहा जाएगा।

लेवल टू वेरिफिकेशन

केवल पासवर्ड अच्छा होना ही ज़रूरी नहीं ,अगर सुरक्षित पासवर्ड भी किसी को पता चल जाए तो ऐसे में एक और सिक्योरिटी लेयर का होना ज़रूरी है , जो हर भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपको मिलेगा , इसे लेवल टू वेरिफिकेशन के नाम से जाना जाता है । अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्राइवेसी सेटिंग्स में जा कर आप इसे सेटअप कर सकते हैं ।

इसमें आपको एक ईमेल आईडी और फ़ोन नंबर रजिस्टर करना होता है ,जिसके बाद हर बार जब भी आप अपना अकाउंट लॉगिन करेंगे आपको इसी रेजिस्टर्ड ईमेल या फोन नंबर। पर ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड आएगा, जिसे डाले बिना आपका अकाउंट लॉगिन नहीं होगा।

निजी जानकारी साझा न करें

महिलाएं विशेषकर अपनी निजी जानकारी जैसे फोन नंबर ,ईमेल आईडी या लोकेशन शेयर करने से बचें । किसी भी व्यक्ति से अपनी निजी जिंदगी की परेशानियां या राज़ शेयर न करें । इससे वे फेक अकाउंट के ज़रिए आपकी मजबूरी का फायदा उठा सकते हैं ।

सोशल मीडिया से जीवनसाथी ढूंढने से बचें

फेसबुक जैसे बहुत से ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हैं जिनसे लोग आपस मे जुड़ते हैं , कई बार बात शादी तक भी पहुँच जाती है , ज़रूरी नहीं कि हर शादी विफल हो मगर ध्यान रखें कि सोशल मीडिया पर डाली गई जानकारी सही हो ये ज़रूरी नहीं । कई बार अपराधी लड़कियों को अपने जाल में फांसने के लिए भी अच्छी तस्वीरों और स्टेटस को प्रदर्शित कर अपराध को अंजाम देते हैं, जिन लोगों को आप पर्सनली नहीं जानते ,उन्हें ऐड करने से बचें ।

फेस रिकॉग्निशन बताएगा किसने अपलोग की आपकी तस्वीर

फेस रिकॉग्निशन एक ऐसी सेटिंग है जो आपको यह बताएगी कि किसने कब और कहां स आपकी तस्वीर फेसबुक पर अपलोड की । यानी अगर कोई आपका फेक अकाउंट बनाता है और आपने अपने अकाउंट में यह सेटिंग की हुई है तो आपको तुरंत नोटिफिकेशन आजाएगा की आपकी तस्वीर किसी ने अपलोड की है । अब आप चाहें तो उसे तुरंत रिपोर्ट करके ब्लॉक कर सकते हैं या कानूनी कार्रवाई भी कर सकते हैं ।

अपनी तस्वीरों को रखें सुरक्षित

आप अपनी जितनी भी तस्वीरें डालें ,लिमिटेड ऑडियंस को ही डालें ,साथ ही प्रोफ़ाइल पिक्चर को पिक्चर गार्ड से प्रोटेक्ट करना न भूलें, जिससे कोई भी आपकी तस्वीर का स्क्रीनशूट नहीं ले पाएगा ।

अगर कोई साइबरअपराधी परेशान करे, तो क्या करें?

यदि कोई आपको बार बार कॉल करता है , अभद्र मेसेज या ईमेल के ज़रिए धमकियां देता है या आपको किसी भी तरह से परेशान करने की कोशिश करता है तो घबराएं नहीं ,अपने नजदीकी साइबर सेल जाकर तुरंत एफआईआर दर्ज कराएं। इसके लिए एविडेन्स हमेशा सहेज कर रखें जैसे मेसेज और कॉललॉग्स का स्क्रीनशूट, कॉल रेकॉर्डिंग, अगर कोई फेक प्रोफ़ाइल है तो उसका स्क्रीन शूट आदि।

यदि आप पुलिस के पास जाने में असमर्थ हैं या किसी भय से नहीं जा सकतीं तो अपने नजदीकी साइबर एक्सपर्ट्स से तुरंत संपर्क करें, आपके कानूनी अधिकारों की जानकारी एवम मार्गदर्शन के लिए परामर्श लें।

विषम परिस्थिति में करें गुहा साइबर एक्सपर्ट्स से संपर्क

हेल्पलाइन नम्बर 07714020055 पर कॉल करके आप साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट मोनाली गुहा, सोनाली गुहा अथवा आयुष गुहा किन्ही से भी मिलने का आग्रह कर सकते हैं । इसके अलावा अगर आपके साथ किसी ने साइबर अपराध किया भी है तो उस अपराधी के खिलाफ आगे कैसे बढ़ा जाए औऱ कैसे अब खुद को सुरक्षित रखा जाए आदि विषयों पर अधिक जानकारी के लिए भी आप इनसे संपर्क कर सकते हैं ।