13 की मौत: मुन्नार में बड़ा भूस्खलन.. 55 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका.. CM ने वायुसेना से मांगी हेलिकॉप्टर..

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केरल 7 अगस्त, 2020। देश में कोरोना के संकटकाल में कई जगहों पर भारी बारिश ने आफत मचा रखी है, जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अब केरल के मुन्नार से खबर सामने आ रही है कि, यहां भारी बारिश के बाद बड़ा भूस्खलन हुआ है, जिसमें चाय बागानों में काम करने वाले कई मजदूर फंस गए हैं और लापता हैं। भूस्खलन में अब तक 13 लोगों के मारे जाने की खबर है।

लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन

शुक्रवार सुबह यह भूस्खलन जिले के राजामलई इलाके में हुआ है। इस हादसे में अब तक 12 अन्य को बचाया गया है और मुन्नार के टाटा जनरल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर 55 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है। अधिकारियों का कहना है कि जिस इलाके में यह भूस्खलन हुआ वह पर्यटन नगरी मुन्नार से लगभग 25 किलोमीटर दूर है। अधिकारियों ने कहा कि यहां 70 से 80 लोग रहते थे और उन्हें भी पता नहीं है कि कितने और लोग मलबे और कीचड़ फंसे हुए हैं। तालुका के अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार को यहां एक कनेक्टिंग ब्रिज बह गया था, जिससे इलाके तक पहुंचने में मुश्किल हो रही है और बचाव कार्य को गति नहीं मिल पा रही है।

केरल के CM की वायुसेना से हेलिकॉप्टर की मांग

तो वहीं, इस भूस्खलन के कारण बने नाजुक हालातों के बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने घटना पर दुख जताया है। साथ ही वायुसेना से हेलिकॉप्टर की मांग की है, ताकि रेक्स्यू ऑपरेशन को चलाया जा सके। हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 50 लोगों की टीम को मौके पर भेजा गया है, जो भूस्खलन जैसे आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्य करने में प्रशिक्षित हैं।

इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि, मौके पर एनडीआरएफ को तैनात कर दिया गया है। पुलिस, फॉरेस्ट और रेवेन्यू अधिकारियों को भी बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिया गया है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। वायनाड में भी कई घरों को बारिश की वजह से नुकसान हुआ है।

राजस्व मंत्री ने बताया-स्थिति वास्तव में गंभीर

केरल के राजस्व मंत्री के चंद्रशेखरन ने बताया, ”वहां 4 लेबर कैंपों में 80 से ज्यादा लोग रहते थे। यह साफ नहीं है कि भूस्खलन के समय वहां कितने लोग मौजूद थे। खराब मौसम की वजह से फंसे लोगों का एयर लिफ्ट तक नहीं कर पा रहे हैं। स्थिति वास्तव में गंभीर है।”