बिलासपुर। दिल्ली से प्राप्त सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस मुख्यालय में सभी सीटों के दूसरे चरण के मतदान के पूर्व कांग्रेस की अब तक कि क्या स्थिति है उस पर कड़ी नजर रखी जा रही है, प्रदेश में जिन सीटों पर हार की स्थिति निर्मित हो रही है वहां किस स्तर के स्टार प्रमुख प्रचारकों को भेजा जाना है उस हिसाब से चुनाव डेस्क प्रभारी को निर्देश दिए जाते है। ऐसे कई सीट है जिसमे कांग्रेस प्रत्याशियो की हार हो रही है जिसमे बिलासपुर सीट भी उनके हिसाब से हार हो रही है।
हार के प्रमुख कारणो की जो रिपोर्ट मिल रही है उनमें कुछ लोगो का बागी होना, पार्टी के लोगों का समर्थन नही किया जाना , जिनको टिकट नही मिली है उनके एव समर्थकों का भीतरघात बताई जा रही है। दिल्ली से चुनाव डेस्क की खबर को सही मानते है तो बिलासपुर का हार का कारण सूत्रों के हवाले से जो खबर मिल रही है उसके पीछे प्रथम श्रेणी के कार्यकर्ताओं का सहयोग नहीं मिलना बताई जा रही है। और टिकट का विलम्ब भी हार का प्रमुख कारण उनके हिसाब से माना जा रहा है।
अब तो आने वाला 20 तारीख ही तय करेगा कि क्या वाकई दिल्ली का चुनावी गणित सही है या गलत। लेकिन बिलासपुर की चुनावी फ़िज़ा फिलहाल दोनो तरफ से गर्म हो चली है दोनों तरफ के प्रत्याशी जनसम्पर्क में जुटे हुए है, वैसे शहर में आज एक बात की चर्चा जोरों से हो रही है कि कांग्रेस प्रत्याशी शैलेष पांडेय ने बिलासपुर को स्मार्ट सिटी की जरूरत नही बल्कि सिटी ही बने रहे। जो लोगों को गलत संदेश की ओर इंगित करते दिख रही है।