राज्यसभा में बजट पर चर्चा:वित्त मंत्री ने दामाद शब्द बोलकर कांग्रेस पर तंज कसा, फिर सफाई दी- दामाद हर घर में होता है, लेकिन कांग्रेस में यह स्पेशल नाम….

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को राज्यसभा में बजट पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान बजट की खूबियां गिनाने के साथ ही वित्त मंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने दामाद शब्द का इस्तेमाल कर कांग्रेस पर तंज कसा। इस पर विपक्ष ने आपत्ति जताई तो वित्त मंत्री को सफाई देनी पड़ी।

क्रोनी कैपिटलिस्ट के लिए काम करने के आरोपों पर वित्त मंत्री ने कहा कि अगस्त 2016 से जनवरी 2020 के बीच UPI के जरिए डिजिटल ट्रांजैक्शंस की संख्या 3.6 लाख करोड़ से ज्यादा पहुंच गई। वित्त मंत्री ने सवाल करते हुए कहा कि UPI का इस्तेमाल किसने किया? क्या अमीरों ने किया? नहीं। मिडिल क्लास और छोटे कारोबारियों ने किया। तब ये लोग कौन हैं? क्या सरकार अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए UPI क्रिएट कर रही है? क्या कुछ दामादों के लिए? नहीं।

वित्त मंत्री ने आगे कहा कि मुद्रा योजना के तहत 27 हजार करोड़ से ज्यादा के लोन दिए गए। इस योजना का फायदा किसने लिया? क्या दामादों ने? वित्त मंत्री के इस कमेंट पर विपक्ष ने आपत्ति जताई तो उन्होंने सफाई दी। वित्त मंत्री बोलीं कि मुझे नहीं लगता कि दामाद कांग्रेस का ट्रेडमार्क है। दामाद हर घर में होता है, लेकिन कांग्रेस में यह एक स्पेशल नाम है।

रॉबर्ट वाड्रा की ओर था वित्त मंत्री का इशारा
निर्मला सीतारमण ने साफ-साफ तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उनका कहने का मतलब यही था कि सरकार दामादों के लिए नहीं, बल्कि गरीबों के लिए काम कर रही है। उन्होंने दामाद शब्द का जिक्र करते हुए किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन इशारा साफ था कि वे सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की बात कर रही थीं। भाजपा जमीन घोटालों में कई बार वाड्रा का नाम उठा चुकी है। वाड्रा के खिलाफ राजस्थान के बीकानेर में जमीन के सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी चल रहा है।

विपक्ष के कुछ लोगों को आरोप लगाने की आदत
सीतारमण ने कहा कि गरीबों के लिए हम जो कर रहे हैं और जरूरतमंदों के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, उसके विरोध में विपक्ष के कुछ लोगों की आरोप लगाने की आदत हो गई है। इस तरह की झूठी बातें फैलाई गईं कि सरकार सिर्फ करीबी दोस्तों के लिए काम कर रही है। यह ध्यान देने वाली बात है कि 80 करोड़ लोगों को अनाज फ्री दिया गया। 8 करोड़ लोगों को रसोई गैस फ्री मुहैया करवाई गई। 40 करोड़ लोगों, किसानों, महिलाओं, दिव्यांगों और गरीबों के खाते में सीधे रकम पहुंचाई गई।