नक्सली मोर्चा संभालेंगे अब खुंखार बेल्जियम शेफर्ड, 40 कुत्तों को दी जा रही है ट्रेनिंग…..

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रायपुर 29 जुलाई 2021। प्रदेश में फोर्स के पास जर्मन शेफर्ड और डॉबरमेन के बाद अब बेल्जियम शेफर्ड नस्ल के खोजी कुत्तों ने नक्सल मोर्चे पर ड्यूटी संभाल लिया है। पुलिस विभाग ने विदेशी नस्ल के सबसे खुंखार और आक्रामक माने जाने वाले 40 बेल्जियम शेफर्ड कुत्तों को ट्रेनिंग के बाद जिलों में तैनात कर दिया है। इनकी सूंघने की क्षमता को देखते हुए खासतौर पर ड्यूटी नक्सल प्रभावित क्षेत्राें में लगाई जा रही है जहां अब भी जंगल और जमीन के नीचे दबे एक्सप्लोसिव को ढूंढना फोर्स के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।

नक्सल प्रभावित जिलों में फोर्स को दिया जाएगा

बेल्जियम शेफर्ड के ब्रीडिंग के जरिए 10 और नए मेहमानों के आने के बाद उनका भी ट्रेनिंग शेड्यूल बनाया जा रहा है। अभी बेल्जियम डॉग स्क्वाड से पैदा हुए नए मेहमान एक से डेढ़ महीने के हैं। इनके लिए अगले 14 महीनों का स्पेशल ट्रेनिंग रोस्टर बनाया गया है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन्हें भी नक्सल प्रभावित जिलों में फोर्स के पास छोड़ा जाएगा। डॉग ट्रेनिंग सेंटर से मालूम हुआ है अभी तक जर्मन शेफर्ड और डॉबर मेन के साथ लेबरा डोर नस्ल के कुत्तों का इस्तेमाल किया जाता रहा है लेकिन ज्यादा आक्रामक और खुंखार होने की वजह से फोर्स के जवान बेल्जियम शेफर्ड के साथ खुद को कंफर्टेबल महसूस करते हैं। इनकी गंध सूंघन क्षमता लाजवाब है। ऐसे में फोर्स की टुकड़ी बेल्जियम डॉग को लेकर अच्छा खासा दिलचस्पी दिखा रही है। इस वजह से अब इनकी तादात में बढ़ोतरी करने का प्रयास है।

छत्तीसगढ़ के इन जिलों में भेजे गए

डॉग सेंटर में 2019 से बेल्जियम शेफर्ड डॉग की संख्या बढ़ाने का प्रयास है। इस अवधि में जिस डॉग ने अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है उनकी पोस्टिंग कर दी गई है। सुकमा-8, बीजापुर-3, दंतेवाड़ा-3, जगदलपुर में 3 बेल्जियम डॉग भेजे गए हैं। पुराने डॉग स्क्वाड के मेंबर के साथ बेल्जियम शेफर्ड नस्ल के खोजी कुत्ते जंगलों में फोर्स के साथ घुसकर एक्सप्लोसिव पकड़ने में बेहतर ट्रेकर की भूमिका निभा रहे हैं। लेबरा डोर आमतौर पर शांत प्रवृत्ति के होते हैं। इनका वजन भी बहुत होता है। जर्मन शेफर्ड आक्रामक जरूर होते हैं लेकिन इनके गंध सुंघने की क्षमता बेल्जियम शेफर्ड नस्ल से कम होती है। इसलिए फोर्स ने इनकी जगह बेल्जियम शेफर्ड नस्ल को विशेष जगह देना शुरू किया है। जर्मन शेफर्ड जल्दी फैमिलियर नहीं होते हैं। पुराने डॉग की तुलना में बेल्जियम शेफर्ड नस्ल के खोजी कुत्तों की ड्यूटी लगाई जा रही है। इन्हें विशेष ट्रेनिंग दे रहे हैं। पुराने डॉग की तुलना में यह सबसे ज्यादा आक्रामक और फुर्तिले होते हैं।