सेना के राजनीतिकरण पर चुनाव आयोग सख्त, पार्टियों को प्रचार में जवानों की तस्वीर इस्तेमाल ना करने के दिए निर्देश…

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10 मार्च 2019, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने शनिवार को सभी राजनीतिक दलों को पत्र लिख एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को हिदायत देते हुए कहा है कि सेना के जवानों की फोटो का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए ना किया जाए। आयोग ने शनिवार को 2013 में जारी परामर्श का हवाला देते हुए सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों से अपने पार्टी प्रतिनिधियों और उम्मीदवारों से इसका सख़्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा है।

  • पाकिस्तान सीमा में एयर स्ट्राइक को लेकर देश में छिड़ी बहस के बीच चुनाव आयोग ने निर्देश दिया कि राजनीतिक दल प्रचार के लिए सेना के जवानों की फोटो का इस्तेमाल न करे।
  • आयोग को शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ राजनीतिक दल अपने विज्ञापनों और प्रचार सामग्री में जवानों की तस्वीरें लगा रहे हैं।
  • हाल ही में दिल्ली में भाजपा के चुनावी पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह के साथ वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन के फोटो देखे गए थे।

चुनाव आयोग ने दोबारा जारी किया आदेश

  • चुनाव आयोग ने 2013 का आदेश सभी मान्यता प्राप्त दलों को दोबारा जारी किया है।
  • इसमें कहा है कि सशस्त्र बल देश की सुरक्षा और राजनीतिक प्रणाली के रखवाले हैं।
  • आधुनिक लोकतंत्र में वे गैर-राजनीतिक और निष्पक्ष होते हैं।
  • राजनीतिक दल और राजनेता अपने प्रचार के दौरान सशस्त्र बलों का कोई भी उल्लेख करते वक्त ऐहतियात बरतें।

निर्देश के मुताबिक-

  • आर्मी चीफ या कोई भी सेना का जवान और फौजों के किसी कार्यक्रम का फोटो किसी भी रूप में विज्ञापन या प्रोपेगैंडा या प्रचार अभियान में किसी राजनीतिक दल या उम्मीदवार द्वारा इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
  • पाक के एफ-16 को मार गिराने के बाद विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 क्रैश हो गया था।
  • वह इजेक्ट होकर पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में गिरे थे। पाक अफसरों ने अभिनंदन को 1 मार्च को रिहा किया था।
  • वह वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत आए थे।
  • इसके बाद उन्हें पूरे देश ने उन्हें जहां राष्ट्रीय हीरो जैसा सम्मान दिया, वहीं राजनीतिक दलों ने भी उनकी तस्वीर को बैनर-पोस्टर में इस्तेमाल किया।

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