पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह हुए गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला…..

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कवर्धा, 24 नवम्बर 2021। दो महीने पहले कवर्धा में हुई साम्प्रदायिक हिंसा की आग ठंडी हाे चुकी है, लेकिन राजनीतिक माइलेज का खेल जारी है। कवर्धा मुद्दे पर भाजपा एक बार फिर सड़क पर उतरी है। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय की अगुवाई में भाजपा के सांसद-विधायकों सहित पार्टी कार्यकर्ता सीएम हाउस घेरने निकले। सिविल लाइन थाने के पास पुलिस ने उन्हें रोक लिया। हल्की धक्कामुक्की के बाद पुलिस ने सभी नेताओं को गिरफ्तार कर सिविल लाइन थाने में बिठा लिया।

गिरफ्तार नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी शामिल हैं।

भाजपा नेताओं ने दोपहर बाद रजबंधा तालाब स्थिति एकात्म परिसर से रैली निकाली। हाथ में नारे लिखी तख्तियां लिए भाजपा नेताओं की रैली शहीद स्मारक, शास्त्री चौक होते हुए कलेक्ट्रेट चौक स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर चौक पहुंची। यहां भाजपा नेताओं ने कुछ देर तक प्रदर्शन किया। वहां से रैली राजभवन को पार कर सर्किट हाउस रोड पर आगे बढ़ी। सिविल लाइन थाने के पास पुलिस ने इस रैली को आगे बढ़ने से रोक लिया। इस दौरान भाजपा नेताओं का पुलिस से विवाद हुआ। हल्की धक्कामुक्की के बाद भाजपा नेताओं ने जब लौटने से इनकार कर दिया तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सभी को सिविल लाइन थाने में बिठा लिया गया।

रमन सिंह बोले-पूरा छत्तीसगढ़ आक्रोशित

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, कवर्धा की घटना को लेकर पूरा छत्तीसगढ आक्रोशित है। इसी आक्रोश की अभिव्यक्ति के लिए हम लोग सड़क पर उतरे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा, हम लोग धरने पर बैठने आए हैं। हम चाहते हैं कि इस मामले में जितने लोगों पर FIR हुई है वह रद्द हो, केस वापस लिया जाए और घटना की न्यायिक जांच हो।

न्यायिक जांच तक जारी रहेगा विरोध

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कवर्धा के मामले को लेकर प्रदेश में जन आक्रोश है। इस मसले पर प्रदेश सरकार की नीति स्पष्ट नहीं है। मामले की न्यायिक जांच को लेकर हमारा विरोध हमेशा जारी रहेगा। जब तक जांच की घोषणा प्रदेश सरकार नहीं कर देती हमारा विरोध जारी रहेगा। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है। कांग्रेस सरकार इस मामले में लगातार परदा डालने की कोशिश कर रही है। पूरे मामले की स्पष्ट जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।