वैक्सीनेशन पर सरकार का दावा:कोरोना का टीका लगवाने के बाद 7.75 लाख में से 97% लोग संतुष्ट; अब तक 65.28 लाख लोगों का टीकाकरण…..

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सरकार ने दावा किया है कि कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद करीब 97% लोग इसकी प्रोसेस से संतुष्ट हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री ने मंगलवार को बताया कि सरकार 17 जनवरी से वैक्सीनेशन के दौरान को-विन ऐप के जरिए लोगों का फीडबैक ले रही है। इस पर अब तक 7.75 लाख लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। देश में 16 जनवरी से शुरू हुए वैक्सीनेशन के तहत अब तक 65.28 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाया जा चुका है। इसमें 55.85 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स और 9.43 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं।

को-विन ऐप के जरिए लिया जा रहा फीडबैक
हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने बताया कि को-विन ऐप पर रैपिड एसेसमेंट सिस्टम (RAS) के जरिए वैक्सीन लगवा चुके लोगों को मैसेज कर 4 सवाल पूछे जा रहे हैं। अब तक मिले फीडबैक के मुताबिक, 97.35% लोग ओवरऑल प्रोसेस से खुश हैं।

साइट पर सोशल डिस्टेंसिंग से खुश लोग – 97.31%
वैक्सीनेशन के बारे में प्रॉपर जानकारी से खुश – 98.37%
साइड इफेक्ट की जानकारी से संतुष्ट – 88.76%
30 मिनट तक मॉनिटरिंग से खुश – 97.19%
सबसे तेज 60 लाख लोगों का टीकाकरण
भारत सबसे तेज 60 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन देने वाला देश बन गया है। इससे पहले सबसे तेज 10 लाख, 20 लाख, 30 लाख, 40 लाख और 50 लाख लोगों को टीके भी यहीं लगाए गए हैं। इस मामले में भारत ने अमेरिका (26) और ब्रिटेन (46) को पीछे छोड़ा।

25वें दिन 2.69 लाख लोगों को टीका लगा
वैक्सीनेशन के 25वें दिन यानी मंगलवार को 10 हजार 269 सेशंस में 2 लाख 69 हजार 202 लोगों को टीका लगाया गया। इनमें एक लाख 2 हजार 941 हेल्थकेयर और एक लाख 66 हजार 261 फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं। इस दौरान साइड इफेक्ट के 25 मामले सामने आए। हालांकि, इनमें कोई भी गंभीर नहीं है।

एक मार्च तक फ्रंटलाइन वर्कर्स को मिली पहली डोज
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी गई है कि वे एक मार्च तक सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को कम से कम एक बार कोरोना की वैक्सीन का पहला डोज दे दें। जो लोग तय समय से साइट पर नहीं पहुंच रहे हैं, उन्हें 6 मार्च तक मॉप-अप राउंड के जरिए टीका लगाया जाए। वहीं, ऐसे राज्य जहां हेल्थकेयर वर्कर्स तय समय पर वैक्सीन नहीं ले पाए हैं, उन्हें 24 फरवरी तक वैक्सीन दे दी जाए।