यूके में मिले कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर छत्तीसगढ़ में दिशा निर्देश जारी, प्रदेश लौटने वाले यात्रियों को इस प्रक्रिया से गुजरना होगा….

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रायपुर। यूके में मिले कोरोना के नए वेरिएंट ने एक बार फिर से कई देशों की चिंता बढ़ा दी है। इसी लेकर देश के बाद छत्तीसगढ़ में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। सरकार से जारी आदेश के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के जरिए यूके से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किया गया है। नोवेल कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के संक्रमण पर नियंत्रण के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के माध्यम से यूके से भारत पहुंचने वाले एवं छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के एयरपोर्ट अथवा अन्य मार्ग से राज्य में आने पर देश के एयरपोर्ट पर कराए गए आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट की जांच के निर्देश किए गए हैं। साथ ही रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर उपरोक्त संदर्भित एसओपी के अनुसार संस्थागत क्वारंटीन/कोविड सेंटर/ अस्पताल में रखे जाने के निर्देश हैं।

फ्लाइट में पॉजिटिव यात्री के संपर्क के लिए निर्धारित एसओपी अनुसार कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट नेगेटिव होने पर यात्रियों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित एसओपी के तहत स्वयं 14 दिन होमआइसोलेशन में रखने की सलाह दी जाए और इसके प्रतिदिन पालन एवं फॉलोअप के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

गौरतलब है कि ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए वेरिएंट ने कई देशों में फिर तनाव पैदा कर दिया है। भारत सरकार ने यूके से भारत लौट रहे यात्रियों के लिए नई एसओपी जारी कर दी है। केंद्र सरकार का कहना है कि यूके से भारत लौटने पर एयरपोर्ट पर यात्रियों का RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। इस दौरान जो लोग कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से संक्रमित पाए जाएंगे उन्हें आइसोलेट होकर रहना होगा। यही नहीं संक्रमित पाए गए लोगों के साथी यात्रियों को भी क्वॉरंटाइन किया जाएगा। ये एसओपी कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद से मचे आतंक के चलते जारी की गई है। यूके में इस नए वैरिएंट का कहर देखा जा रहा है।

एसओपी जारी करते हुए सरकार ने कहा कि कोरोना का नया वैरिएंट ज्यादा तेजी से फैलता है। खासकर युवाओं को इससे बचने की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा कि अभी तक ऐसा बताया जा रहा है कि कोरोना का नया वैरिएंट अधिक संक्रामक है और तेजी से फैलता है। खास बात ये है कि कोरोना के नए वैरिएंट के असर को ध्यान में रखते हुए सरकार ने उन यात्रियों के लिए भी एसओपी जारी की है जो कि पिछले चार हफ्तों यानी 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक भारत लौटे हैं।

इन यात्रियों को अपनी पिछले 2 हफ्तों की ट्रैवल हिस्टरी बतानी होगी साथ ही एक सैल्फ डिकलेरेशन फॉर्म भरना होगा। इनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी किया जाएगा। खासकर वह टेस्ट भी किया जाएगा जिससे कि नए वैरिएंट का पता चल सके। अगर वे कोरोना के पुराने वैरिएंट से संक्रमित पाए जाते हैं तो उनको वही उपचार दिया जाएगा जो देश में बाकी मरीजों को दिया जा रहा है। हालांकि अगर नए वैरिएंट से यात्री संक्रमित पाए जाते हैं। तो उनको आइसोलेट किया जाएगा। नियमित उपचार के 2 हफ्ते बाद फिर से टेस्ट किया जाएगा। जब तक मरीज के कोरोना से नेगेटिव होने की पुष्टि नहीं हो जाती उसे आइसोलेट ही रखा जाएगा।