अंर्तराष्ट्रीय महिला गौरव सम्मान से सम्मानित हुई अपने शहर की गुरमीत कौर धनई..

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16 अक्टूबर 2019भिलाई। गोवा में आयोजित अंर्तराष्ट्रीय महिला गौरव सम्मान समारोह में छग का प्रतिनिधित्व करते हुए अंतर्राज्यीय महिला गौरव सम्मान का प्रथम स्थान आयरन लेडी प्राप्त कर श्रीमती गुरमीत धनई ने प्रदेश को गौरवन्वित किया है। इस उपलब्धि के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय निकाय मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने उन्हें बधाई दी है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति की रक्षा करते हुए श्रीमती धनई ने महिला गौरव सम्मान लेते समय ब्लैक गाउन के स्थान पर साड़ी पहन कर मुख्य अतिथि मिस इंडिया सिमरन आहूजा के हाथों मुकुट धारण कर प्रथम स्थान पर सम्मानित हुई।
देश की सुप्रसिद्ध सांस्कृतिक संस्था कलाकार एवं वजूद एनजीओ द्वारा गोवा में आयोजित महिला गौरव सम्मान प्रतिस्पर्धा में 2500 महिलाएं शामिल हुई थी जिसमें विभिन्न राष्ट्रों की केवल 16 महिलाएं चयनित हुई। गुरमीत धनई ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन छत्तीसगढ़ सबले बढिय़ा उसके बाद छत्तीसगढ़ी गीत अरपा पैरी के धार पर आकर्षण नृत्य तालियों के गडगहाट के बीच प्रस्तुत की।
श्रीमती गुरमीत धनई को महिला गौरव सम्मान मिलने के पीछे उनकी नैसर्गिक प्रतिभा, बेटियों के प्रति प्यार, बेटी गोद में लेना, उनके नेतृत्व विकास में सहयोगी बनना, सामाजिक राजनैतिक गतिविधियों में सक्रियता पिता, पति, मां, भाई से वंचित होने के बाद भी पूरी निष्ठा से जीवन जीने की कला को विकसित किए जाने खेल के प्रति रूचि एवं खिलाड़ी को कामनवेल्थ गेम में भारोन्तोलन आलंपिक ऑफिसर बनाया गया। छत्तीसगढ़ को एक मात्र रजत पदक दिलाकर देश को गौरवन्वित करने का श्रेय जाता है। इसके अतिरिक्त श्रीमती धनई पिछले 25 वर्षों से कांग्रेस पार्टी की सिपाही रही है, पद नही फिर भी आज कांग्रेस में है। श्रीमती धनई का कहना है कि लोग उन्हें आयरन लेडी कहने से नही चूकते पर वे सब भूल जाते है कि वे दो नही तीन बेटियों की मां है एक गोद पुत्री है बेटा गोद में नहीं लिया। अंत में उन्होंने यह भी कहा कि मैँ मां हू और मां की संवेदनाएं कभी मरती नही है। गोवा के कार्यक्रम की आयोजिका रितु वैष्णव व संयोजक हरमिंदिर व छग के लोगों आभार माना है। जिन्होंने मेरे परिवार के अलावा समाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक भिलाई इस्पात संयंत्र के इस अंचल के लोकप्रिय प्रथम कार रैली की संयोजजिका व खेलकूद एवं कांग्रेस मेेंं एआईसीसी, पीसीसी, डीसीसी में प्रदाधिकारी रहकर कार्य करने का मौका मिला। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं ने कांग्रेस से जुड़े रहने व कार्य करने के लिए मुझे पत्र लिखा है।