दुर्ग 5 अप्रैल, 2019। दुर्ग सर्किट हाउस में मोहन नगर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक रामनारायण यादव को 20 हजार रुपे रिश्वत के तौर पर लेना महंगा पड़ गया। दरअसल एक मामले को सुलझाने के एवज में प्रधान आरक्षक ने एक युवक से ₹20000 की डिमांड की थी जिसकी पहली किस्त ₹10000 देने युवक पहुंचा था जिसे युवक खुफिया कैमरे से पूरी तरह रिकॉर्ड करता रहा। रिश्वत लेते वीडियो वायरल होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों की अनुशंसा पर एसपी प्रखर पांडे ने तत्काल प्रधान आरक्षक रामनारायण यादव को निलंबित कर दिया।
- खुलेआम 10 हजार रुपए की रिश्वत लेने के बाद हवलदार ने आगे कहा कि उसे 10 हजार रुपए और दे देना। वो पूरा मामला सुलझा देगा।
- वीडियो में एक युवक बाइक ड्राइव करते हुए हवलदार के पास पहुँचते हुए दिखाई दे रहा है।
- युवक दुर्ग सर्किट हाउस के पास हवलदार से पैसे की लेनदेन को लेकर बातचीत करता है।
- इस दौरान किसी लता चंदेल और मधु के संबंध में बातचीत होती है।
- हवलदार कहता है कि मधु बेचारी गरीब है। उसे इस मामले में मत फंसाओ। बाद में युवक हवलदार को गिनकर 10 हजार रुपए देता है।
- इस बीच युवक कहता है कि आपके और बचे 10 हजार रुपए आप लता चंदेल से वसूल लेना।
- युवक आगे कहता है कि यदि वो पैसा नहीं देगी तो वह स्वयं फिर आपको 10 हजार रुपए दे देगा।
- मिली जानकारी के अनुसार उतई के व्यवसायी से पैसे की लेनदेन को लेकर मोहन नगर थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने मोहन नगर थाना में शिकायत की थी।
- जिसकी जाँच मोहन नगर थाना में पदस्थ हवलदार रामनारायण यदु द्वारा किया जा रहा था।
- बताया जा रहा है कि मामले को सुलझाने के लिए हवलदार ने 20 हजार रुपए की डिमांड की थी।