जापानी बुखार को लेकर अलर्ट जारी, संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं मेडिकल कॉलेज.. सिर्फ बस्तर में पाए गए इसके लक्षण..

0
106

रायपुर 25 जून, 2019। स्वास्थ्य विभाग ने जापानी इन्सेफेलाइटिस को लेकर बस्तर संभाग के सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है। जापानी बुखार के रोकथाम और नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने गाइड लाइन जारी किया है। राज्य स्तरीय रैपिड रिसपौंस टीम का गठन के साथ ही राज्य सर्विलेंस अधिकारी और राज्य सलाहकार एंटोमोलोजिस्ट द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों से मच्छर की पहचान के लिए लार्वा एकत्रित किया गया है, जिससे इंटोमोलॉजी कंसलटेंट द्वारा मच्छर की प्रजाति का पता लगाया जायेगा, जिसका परीक्षण बायरोलॉजी लैब (प्रयोगषाला) में किया जायेगा।

  • प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर प्रभावित क्षेत्र के लोगों का एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम एवं अन्य बिमारियों की भी निरंतर जांच की जा रही है।
  • जिला और ब्लाक स्तर काम्बेट दल द्वारा प्रभावित क्षेत्र के घरों में भेंट कर, स्वास्थ्य शिक्षा दी जा रही है।
  • साथ ही स्थानीय सरपंच और ग्रामीणों के साथ बैठक कर स्थानीय भाषा में जापानी इन्सेफेलाइटिस के लक्षण और बचाव की जानकारी के साथ उपस्थित जन समुदाय को मच्छरदानी लगा कर सोने, आसपास में पानी जमा न होने देने एवं बुखार होने की स्थिति में मितानिन एवं निकट के स्वास्थ्य केन्द्रो में जांच कराने की सलाह दी जा रही है।
  • क्षेत्र में तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग एवं घर-घर में दवा का छिड़काव किया जा रहा है, संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर परीक्षण हेतु मेडिकल कॉलेज डिमरापाल जगदलपुर भेजा गया है साथ ही मच्छर लार्वा का स्त्रोत नियंत्रण का भी कार्य किया जा रहा है।
  • बस्तर जिले के दामागुड़ा, चोलनार, घोड़मुण्डापारा में रोजाना स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा रोजाना डोर टू डोर जाकर लोगों को साफ सफाई के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाकर जांच की जा रही है।
  • सुकर और बतखों को ग्रामीण आवासों से दुर रखने की सलाह दी जा रही हैं। दरभा के करका एवं कमलुपारा में भी स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाया है।
  • वर्तमान स्थिति में अबतक जापानी इन्सेफेलाइटिस से बस्तर संभाग में 5 मरीज पॉजिटिव पाए गए है।
  • जिनमें से 1 मरीज की जापानी इन्सेफेलाइटिस से मौत हो चूकी है। जबकि 2 मरीज रोग मुक्त होकर घर जा चुकें है साथ ही अन्य 2 का इलाज जगदलपुर मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में किया जा रहा है जिनकी स्थिति सामान्य है।
  • बस्तर के अलावा छत्तीसगढ़ के अन्य किसी जिलों में जापानी इन्सेफेलाइटिस अथवा चमकी बुखार के लक्षणों वाले मरीज नहीं मिले हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here