26 मई 2019, कांकेर-चारामा। जिले में घरेलू हिंसा का एक मामला सामने आया है। चारामा समीप ग्राम कसावाही में पुलिस ने एक महिला को उसके पति डोमर पटेल की कैद से छुड़ाया। डोमर उसे सालभर से बेड़ियों में जकड़ कर घर पर बांधकर रखता था। महिला का कसूर ये था कि उसने पति के अवैध संबंध का विरोध कर दिया था। महिलाओं के हित में काम करने वाले संगठनों को जब इसकी जानकारी हुई तो पुलिस की मदद से महिला को मुक्त कराया गया। मामले की शिकायत भी पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है।
डोमर उसे लात-घूंसों और रॉड से पीटता था। भूख लगने पर सूखी रोटी देता और अगर बच्चे खाना देते तो उनकी भी पिटाई करता था। डोमर और महिला की शादी को 10 साल हो गए और 2 बच्चे हैं। सूचना पर महिला मानव अधिकार रक्षक टीम ने महिला को छुड़ाया।
परिजन बोलते थे- घरेलू विवाद है
महिला के पिता नहीं है। कुछ परिजन को इसकी जानकारी मिली लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया। पत्नी इसकी शिकायत कहीं नहीं कर सकी इसलिए उसे पति ने एक साल पूर्व तालाब किनारे बनाए मकान में कैद कर दिया। उसे खाने को सूखी रोटी देता था।
बच्चे खाना देते तो उन्हें भी पीटता
बच्चे कभी खाना देते और इसकी जानकारी डोमर को लगती तो बच्चों की भी जमकर पीटता था। परिजन से कहता था कि उसे खाना बनाने नहीं आता, बच्चों का ख्याल भी नहीं रखती। जानकारी मिलने पर महिला मानव अधिकार रक्षक टीम ने उसे छुड़ाया।