रायपुर। डिजिटल युग में मुश्किल से ही ऐसा कोई होगा जो Gmail का उपयोग न करता हो। आज बिना Gmail के मोबाइल का उपयोग करना दुर्लभ है। समय-समय पर Gmail भी अपने अंदर अपडेट करता रहता है। Google की ईमेल सर्विस Gmail को दुनिया भर में 1 बिलियन से ज्यादा यूजर्स इस्तेमाल कर सकते हैं। जीमेल में सेफ्टी और सिक्यॉरिटी के लिए कई जरूरी फीचर्स मौजूद है। इसके अलावा टेक दिग्गज लगातार यूजर्स से मजबूत पासवर्ड क्रिएट करने के लिए कहता है। आइये आपको बताते हैं कि जीमेल में 2-स्टेप वेरिफिकेशन कैसे इनेबल करें।जीमेल में अतिरिक्त सिक्यॉरिटी के लिए टू-स्टेप वेरिफिकेशन का विकल्प दिया गया है। आइये आपको बताते हैं इस सिक्यॉरिटी को कैसे इनेबल किया जा सकता है।
सिक्यॉरिटी खामी को दूर किया
Google ने हाल ही में एक बड़ी सिक्यॉरिटी खामी को दूर किया है। इस खामी के चलते साइबर अटैकर्स दूसरे गूगल यूजर को फेक ईमेल भेज पा रहे थे। सिक्यॉरिटी रिसर्चर Allison Husain के मुताबिक, इस बग को देखे जाने के बाद अप्रैल में गूगल को रिपोर्ट किया गया था। सिक्यॉरिटी खामी के चलते अटैकर्स SPF (Sender Policy Framework) और DMARC (डोमेन बेस्ड मेसेज ऑथेंटिकेशन, रिपोर्टिंग और कॉन्फर्मेंस) के साथ स्पूफ ईमेल भेजने में सक्षम थे।
टू-स्टेप वेरिफिकेशन और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन
SearchSecurity की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘टू-स्टेप वेरिफिकेशन और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के बीच फर्क है। कर् बार टू-स्टेप वेरिफिकेशन और टू-फैक्शन ऑथेंटिकेशन के बीच असमंजस हो जाता है। हालांकि, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के उलट टू-स्टेप वेरिफिकेशन इसी कैटिगरी के ऑथेंटिकेशन फैक्टर्स से संबंध रखती है।’
कर सकते हैं अतिरिक्त लेयर ऐड
आपके जीमेल अकाउंट के लिए ईमेल आईडी और पासवर्ड कॉम्बिनेशन पहली सिक्यॉरिटी है। लेकिन टू-स्टेप वेरिफिकेशन के साथ आप सिक्यॉरिटी के लिए एक अतिरिक्त लेयर पा सकते हैं। टू-स्टेप वेरिफिकेशन के साथ साइबर अटैकर्स के लिए आपके अकाउंट को ऐक्सिस करना मुश्किल हो जाता है।
टू-स्टेप वेरिफिकेशन टर्न ऑन करने के लिए जीमेल में बांयी तरफ बने नेविगेशन पैनल पर जाकर Security पर क्लिक करें। Google पैनल में साइन इन करने पर टू-स्टेप वेरिफिकेशन क्लिक करें और इसके बाद Get Started पर क्लिक करें। अब स्क्रीन पर दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें।
टू-स्टेप वेरिफिकेशन को टर्न ऑन करने के बाद हर बार जीमेल अकाउंट में लॉगइन करने पर आपके फोन पर एक सिक्यॉरिटी कोड आएगा। यह कोड वॉइस कॉल, टेक्स्ट या गूगल ऑथेंटिकेटर ऐप्लिकेशन के जरिए भेजा जाएगा।