महज 10 दिन में कोरोना ने उजाड़ दिया हंसता खेलता परिवार, हर तरफ छाया तबाही का मंजर… बिलासपुर के चंद्रप्रकाश की कहानी सुन रो पड़ेंगे आप….

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बिलासपुर। कोरोना की दूसरी लहर ने हर तरफ कोहराम सा मचाया। दूसरी लहर में कईयों ने अपनो को खोया। बिलासपुर में भी 10 के दिन के भीतर एक परिवार पूरी तरह तबाह हो गया और बच्चे अनाथ हो गये। उप पंजीयक की मौत के बाद पत्नी की भी मौत हो गई। उनके पीछे तीन बच्चे अनाथ हो गये। होश उड़ा देने वाली ये कहानी चंद्रप्रकाश ओगरे और सरिता ओगरे की है।

उप पंजीयक की कोरोना से मौत

जानकारी के मुताबिक चंद्रप्रकाश ओगरे और सरिता ओगरे बिलासपुर निवासी थे। उसलापुर में रहने वाले चंद्रप्रकाश मिमगा रजिस्ट्री कार्यालय में उप पंजीयक थे। 10 मई को चंद्रप्रकाश ओगरे कोरोना पॉजेटिव पाये गये थे, पूरे परिवार का कोरोना टेस्ट हुआ तो पत्नी सरिता भी कोरोना पॉजेटिव मिली। पहले तो चंद्रप्रकाश का घर पर ही इलाज चला, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ने लगी तो उन्हें बिलासपुर के एक प्राइवेट हास्पीटल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान 16 मई को उप पंजीयक चंद्रप्रकाश ओगरे की मौत हो गयी।

10 दिन बाद पत्नी की मौत

उप पंजीयक चंद्रप्रकाश ओगरे की पत्नी सरिता की भी तबीयत बिगड़ गयी, हालांकि उन्हें भी उसी दौरान अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 10 दिन जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिरकार 26 मई को सरिता ओगरे की भी मौत हो गयी। लोगो के मन में यही सवाल है कि कोरोना ना जाने कितने दर्द दे गया। कई घर तबाह हो गये, कई महिलाएं बेवा हो गयी तो कई बच्चे अनाथ रह गये।

छत्तीसगढ़ में कोरोना

छत्तीसगढ़ में कोरोना के अब तक कुल 962368 मरीज मिले हैं। जिसमें से 900100 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 49420 है। वहीं कोरोना से प्रदेश में अब तक कुल 12848 मौतें हो चुकी हैं।