31 मई 2019, रायपुर। मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किए गए रामेश्वर तेली का परिवार मूल रूप से छत्तीसगढ़ का है। उनके पूर्वज राजनांदगांव क्षेत्र से असम के चाय बागानों में काम करने गए थे। वहां अभी भी वे छत्तीसगढ़ी में ही बात करते हैं। दैनिक भास्कर ने इस खबर की पुष्टि करते हुए लिखा है, रामेश्वर तेली दुलियाजान विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक और डिब्रूगढ़ सीट से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। उन्होंने हायर सेकंडरी तक पढ़ाई की है। छात्र जीवन से ही वे असम चाय जनजाति छात्र संगठन में सक्रिय रहे।
- रामेश्वर तेली ने डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी पवन सिंह घटोवार को हराया था।
- तेली को 364566 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल हुई थी।
- रामेश्वर तेली को पहली बार मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
रामेश्वर तेली का राजनीतिक सफर
- रामेश्वर तेली 2001-2006 और 2006-2011 तक असम की दुलियाजान सीट से विधायक रहे।
- 2011 के विधानसभा चुनावों में उन्हें करीब 3000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
- 2014 में पार्टी ने उन्हें डिब्रूगढ़ सीट से लोकसभा की टिकट दिया और वह पार्टी की उम्मीदों पर एकदम खरे उतरे।
- रामेश्वर तेली को पहली बार मंत्रिमंडल में जगह मिली है।