रायपुर 3 अप्रैल, 2019। जोगी कांग्रेस को राजनांदगांव में बड़ा झटका लगा है राजनांदगांव के पूर्व जिलाध्यक्ष मेहुल मारू ने पार्टी के प्राथमिक पद से इस्तीफा दे दिया है। लोकसभा में एक भी उम्मीदवार नहीं उतारने से नाराज मेहुल मारु ने अजीत जोगी के नाम एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कई अहम बातें कही है।
प्रति,
श्री अजीत जोगी जी,
संस्थापक,
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे
03अप्रैल 19
विषय- पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा बाबत।
मान्यवर,
मैं मेहुल मारू जकांछ-जे राजनांदगांव का पूर्व शहर जिला अध्यक्ष पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हु।
विगत कुछ दिनों से पार्टी की विश्वसनीयता पूरी तरह से समाप्त होती दिखाई पड़ रही है,
लोकसभा चुनावों में एक भी उम्मीदवार नही उतारना, बार-बार बयान बदलना ये सब दुखद है। पार्टी पूरी तरह से उद्देश्य से भटक गई है,
माननीय सुप्रीमो श्री अजीत जोगी जी की भूमिका शून्य हो गई है, वे कही किसी निर्णय में दिखाई नही पढ़ते हैं पार्टी का नीति सिध्दांत “छत्तीसगढ़ प्रथम” न होकर “केवल अमित जोगी प्रथम” रह गया है।
मैं कांग्रेस छोड़ कर एक नये छत्तीसगढ़ निर्माण के लिये श्री जोगी से जुड़ा था, मगर हालिया निर्णय से पार्टी की नीति नियत केवल अमित जोगी तक सिमट गई है। वैसे भी ये विगत कुछ माह से लगातार दिल्ली दरबार मे वापसी के लिये प्रयासरत है। पार्टी से जुड़े अन्य साथियों से भी आव्हान करता हु गलती को सुधारें न कि दोहराते रहे।
बीते विधानसभा चुनावों में पार्टी को कुल 7.6% वोट मिले जिसे पार्टी की बैठकों में बढा-चढ़ा कर 14% बताया जाता है, जबकि बसपा के वोट शेयर 3.9% को जोड़ ले तो भी आंकड़ा 14% तक नही जाता।
भूपेश सरकार के चंद महीनों के कार्यों को जिस तरह से ब्रिटिश सरकार ने सराहा और अपने देश बुला कर सम्मानित करने का निर्णय लिया जो सच्चे छत्तीसगढ़ वाशियों के लिए गर्व की बात होना चाहिए, जिसकी खुले मन से प्रशंसा करनी छोड़ अमित जोगी इस पर भी निम्न स्तर की टिका टिप्पणी करने में लगे हुवे है।
मैं हमेशा संम्प्रदायीक ताकतों, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहा हूं, आगे भी लड़ता रहूंगा।
धन्यवाद
-सादर-
मेहुल मारू
राजनांदगांव
9993337777