बाड़ेबंदी पर भारी पड़ा नरहरपुर मेला, देर रात कांकेर पहुंचे पार्षद….

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कांकेर, 25 दिसम्बर 2021। छत्तीसगढ़ के कांकेर में कांग्रेस की बाड़ेबंदी पर नरहरपुर का मेला भारी पड़ गया है। नगर पंचायत अध्यक्ष पद की जद्दोजहद के बीच रायपुर बुलाए गए सभी जीते हुए 11 पार्षद देर रात फिर कांकेर पहुंच गए हैं। यह सभी पार्षद मेले में शामिल होने की जिद पर अड़े थे। नगर पंचायत चुनाव में मिली जीत के बाद अब अध्यक्ष पद के कई दावेदार सामने आ गए हैं। ऐसे में जहां सभी पार्षदों को एकजुट करने का दबाव है। वहीं, कांग्रेस को उठापटक की आशंका भी सता रही है

दरअसल, गुरुवार को चुनाव नतीजे आते ही सभी पार्षदों को कांग्रेस ने अंडरग्राउंड करने की कोशिश की थी। हालांकि, 28 दिसंबर को नरहरपुर का वार्षिक मेला होने के कारण पार्षदों ने अज्ञातवास में जाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद से ही पार्टी के बड़े नेता उन्हें रायपुर में रुकने के लिए मना रहे थे, लेकिन कुछ पार्षद अपनी मांग पर अड़े रहे। इसके बाद शुक्रवार शाम उन्हें मुख्यमंत्री से मिलवाकर वापस भेजने का आश्वासन दिया गया, पर नहीं माने।

परिणाम आते ही सभी को किया गया होटल में शिफ्ट

नगर पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अब तक तारीख की घोषणा नहीं की गई है। ऐसे में कांग्रेस को खरीद-फरोख्त का डर है। चुनाव परिणाम आने के साथ ही शाम को सभी पार्षदों को वाहन से कांकेर के ग्रीन पॉम होटल में लाकर रखा गया। रात में यहां तय हुआ कि अध्यक्ष के चुनाव तक पार्षदों को यहां से अज्ञातवास में ले जाया जाएगा। साथ ही यहां रणनीति बनाई गई कि शुक्रवार सुबह पार्षदों को मुख्यमंत्री से मिलाने रायपुर ले जाएंगे।

जीते हुए पार्षदों में कुछ व्यापारी, व्यापार के चलते नहीं माने

जीते हुए पार्षदों में कुछ व्यापारी भी हैं। मेले में व्यवसाय बड़ा हो जाता है। ऐसे में होटल में ही पार्षदों ने आपस में चर्चा कर नरहरपुर मेले में शामिल होना तय कर लिया। हालांकि, इसकी जानकारी पार्टी नेताओं को नहीं दी गई। सुबह पार्षदों को रायपुर ले जाया गया। वहां भी उन्हें होटल में रखा गया। शाम को मुख्यमंत्री से मिलने का समय लिया गया, लेकिन इसी दौरान पार्षदों ने मुख्यमंत्री से भेंट कर कहीं और जाने के बजाए वापस नरहरपुर जाने की मांग रख दी।

भाजपा पार्षद के कांग्रेस का हाथ थामने की चर्चा

नगर पंचायत नरहरपुर के वार्ड क्रमांक 2 के निर्वाचित पार्षद भागवत शोरी का भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने की चर्चा जोरों पर है, क्योंकि कुछ कांग्रेसी इनसे संपर्क में है। पार्षद ने बताया कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने टिकट देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने कांग्रेस को इनकार कर भाजपा से ही चुनाव लड़ने की बात कह दी थी। शोरी के अनुसार, अब तक कांग्रेस ने संपर्क नहीं किया है। यदि कांग्रेस ऑफर भी देती है तो वे भाजपा छोड़ कर नहीं जाएंगे।