10 अगस्त 2019 भिलाई। इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के भिलाई प्रवास के दौरान आज भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत एचएसएलटी श्रमिकों की विभिन्न मांगों को लेकर आज एचएसएलटी श्रमिक संघ के प्रतिनिधिमण्डल ने संरक्षक मनीष पाण्डेय के नेतृत्व में उनसे मुलाकात की।
इस दौरान पाण्डेय ने मंत्री कुलस्ते से बीएसपी के एचएसएलटी श्रमिकों की समान डी.पी.आर. की मांग पर सार्थक चर्चा की। उन्होंने इस्पात मंत्री को मामले से जुड़े सभी बिंदुओं की जानकारी देते हुए बताया कि समान डी.पी.आर. की मांग पूरी हो जाने से एक ओर 800 श्रमिकों और उनके परिवारों को इसका पूरा लाभ मिलेगा। साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र यदि एचएसएलटी श्रमिकों को सीधे अपने अधीन करता है तो इससे प्रबंधन की आर्थिक बचत भी होगी। इस्पात राज्यमंत्री ने सभी बिंदुओं पर विचार करते हुए इन मागों पर सार्थक पहल करने का आश्वासन दिया है।
ये है कर्मियों की समस्या
- ज्ञात हो कि वर्ष 1979 से एचएसएलटी श्रमिक संयंत्र के उत्पादन से जुड़े विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं तथा वर्षों से नियमित कर्मचारियों की तरह स्थायी प्रकृति के कार्यों में सेवा देते आ रहे हैं बावजूद आज भी इन्हें ठेका श्रमिकों की गिनती में ही खड़ा किया जाता है।
- इसके अलावा बीएसपी के अधीनस्थ खदानों जिसमें दल्लीराजहरा, हिर्री, नंदिनी माइंस में प्रबंधन द्वारा वर्ष 1994 में इन्हें स्थायी कर दिया गया है।
- वहीं सेल के अन्य उपक्रमों में भी इन्हें स्थायी पदस्थापना दी जा चुकी है।
- पिछले कई सालों से भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्य कर रहे ये एचएसएलटी श्रमिक अपने स्थायी पदस्थापना के लिए संघर्ष कर रहे हैं बावजूद इसके आज तक उन्हें सार्थक परिणाम नहीं मिल पाए हैं।
- इनमें से अधिकांश श्रमिक 54-55 वर्ष की आयु के हैं जिन्हें यदि आज संयंत्र नियमित कर देता है तो इनकी लाइबिलिटीज भी कम होगी साथ ही यदि इन्हें बीएसपी टाउनशिप के अंतर्गत आने वाले बीएसपी आवास इन्हें आबंटित किया जाता है तो इससे प्रबंधन को ही अच्छा फायदा होगा।
- इन सभी मांगों को लेकर पूर्व में संघ के संरक्षक मनीष पाण्डेय ने आंदोलन कर मांगों को पूरा करने का भरसक प्रयास किया।
- इसी क्रम में आज केंद्रीय इस्पात मंत्री से इस मामले में सार्थक पहल करने का निवेदन किया। जिस पर इस्पात राज्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया।