17 मई 2019, लखनऊ। बसपा सु्पीमो मायावती ने खुद को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, मायावती ने कहा है कि वो ही प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे फिट उम्मीदवार हैं क्योंकि उनके अंदर वो सारी क्षमताएं हैं, जो कि एक देश के पीएम के अंदर होनी चाहिए, माया ने कहा कि यूपी में अगर किसी ने विकास किया है तो बसपा ही है, बीएसपी ने ही यूपी की तस्वीर बदली है, मैं चार बार प्रांत की सीएम बनी हूं तो इसके पीछे कारण मेरे काम हैं।
‘PM के लिए मैं हूं सबसे बेहतर दावेदार’
- माया ने कहा कि उन्हीं के कार्यकाल में लखनऊ का सौन्दर्यीकरण हुआ था और कानून व्यवस्था पर शिकंजा कसा गया था, कल्याण और देश की विकास को देखते हुए कह रही हूं कि मैं ही इस पद के लिए फिट हूं, मैं एक साफ-सुथरी छवि की मालकिन हूं और मेरे कार्यकाल में ही यूपी विकास के पथ पर आगे बढ़ा है, आपको बता दें कि मायावती ने ही हाल ही में पीएम मोदी को प्रधानमंत्री पोस्ट के लिए अनफिट करार दिया था और कहा था मोदी ने देश को बांट दिया है।
जेटली ने माया को अनफिट बताया था
- माया के बयान से तिलमिलाई भाजपा ने भी उन्हें करारा जवाब दिया था, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को कहा था कि मायावती प्रधानमंत्री बनने के लिए दृढ़ हैं, उनकी लालसा इस हद तक बढ़ गई है, जिसकी वजह से उन्हें समझ ही नहीं आ रहा है कि वो कह क्या रही है, उनका शासन और सियासी नैतिकता हमेशा ही लो ग्रेड की रही है, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके इस विवादित बयान से उजागर हो गया है कि बसपा सुप्रीमो सार्वजनिक जीवन में पूरी तरह अनफिट हो चुकी हैं।
अखिलेश यादव ने दिया था ये बयान
- हाल ही में एनडीटीवी को दिए गए एक इंटरव्यू में अखिलेश ने मायावती को पीएम पद के लिए समर्थन देने के सवाल पर कहा कि वो चाहते हैं कि यूपी से अगला प्रधानमंत्री बने और सब जानते हैं कि मैं किसके साथ हूं।
- प्रधानमंत्री देश के किसी भी कोने से हो सकता है लेकिन मेरी कोशिश है कि यूपी से देश का अगला पीएम बने।
- उन्होंने कहा कि इस पर फैसला 23 मई को होगा।
- गठबंधन चुनाव बाद इस पर फैसला।
- जब उनसे पूछा क्या प्रधानमंत्री वाराणसी से होंगे? तब उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बनारस वाले तो नहीं बनने चाहिए, क्योंकि उन्होंने देश का बहुत नुकसान कर दिया।
पहले भी जता चुकी हैं पीएम बनने की इच्छा
- मायावती ने इससे पहले भी मायावती देश के पीएम बनने की अपनी महात्वाकांक्षा प्रकट कर चुकी है।
- लोकसभा चुनाव से पहले बीएपी सुप्रीमो ने इसके संकेत भी दिए थे और कहा था कि अगर उन्हें अवसर मिलेगा तो वो अंबेडकर नगर से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं, उन्होंने इशारों इशारों में कहा कि अगर सब ठीक रहा तो मुझे यहां से चुनाव लड़ना पड़ेगा क्योंकि दिल्ली की राजनीति का रास्ता अंबेडकर नगर से होकर जाता है, फिलहाल चुनावी रण में तो वो महागठबंधन के जरिए भाजपा को चुनौती दे रही हैं, देखते हैं 23 मई का दिन उनके लिए क्या खबर लेकर आता है क्योंकि उस दिन के रिजल्ट से ही तय होगा कि माया की इच्छा पूरी होगी या नहीं।