रायपुर की सत्ता चलाने एक-दो दिन में होगा महापौर परिषद का गठन.. ज्ञानेश, श्रीकुमार, नागभूषण, सतनाम के साथ 6 नए चेहरे होंगे एमआईसी में.. एक निर्दलीय को भी मिल सकता हैं मौका..

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रायपुर 20 जनवरी, 2020। राजधानी रायपुर की सत्ता चलाने के लिए महापौर परिषद का गठन सोमवार या मंगलवार को हो जाएगा। महापौर एजाज ढेबर की परिषद में वरिष्ठ पार्षद ज्ञानेश शर्मा समेत सात पुराने पार्षदों को मौका दिया जा रहा है। उनमें श्रीकुमार मेनन, नागभूषण राव, सतनाम पनाग, अजीत कुकरेजा, समीर अख्तर और अंजनी विभाग होंगे। इनके अलावा 6 नए चेहरों को शामिल किए जाने के संकेत हैं। सरकार बनाने में मदद करने वाले निर्दलीय पार्षद में से एक को परिषद में लिया जाएगा।

महापौर परिषद में महापौर पद के दावेदार रहे सभी प्रमुख पार्षदों को अवसर दिया जा रहा है। इनके अलावा जाति समीकरण भी ध्यान रखा जा रहा है। इसी के चलते नए पार्षदों में आकाश तिवारी, सुरेश चन्नावर, द्रौपदी पटेल, रितेश त्रिपाठी, सहदेव व्यवहार और सुंदर जोगी को लिया जा रहा है। निर्दलीय पार्षदों में जितेंद्र अग्रवाल के नाम पर सहमति बनती दिख रही है। कुछ और निर्दलीय पार्षदों को जोन अध्यक्ष और अन्य जिम्मेदारी दी जा सकती है।

ये बनेंगे शहर सरकार के मंत्री

ज्ञानेश शर्मा- तीसरी बार पार्षद बने पूर्व एमआईसी मेंबर व संगठन से जुड़े है।
श्रीकुमार मैनन- तीसरी बार पार्षद बने, निगम की एमआईसी का अनुभव है।
नागभूषण राव- तीसरी बार पार्षद बने पूर्व में एमआईसी में रह चुके हैं।
सतनाम पनाग- तीसरी बार पार्षद बने युवा है एमआईसी का अनुभव भी है।
अजीत कुकरेजा- दूसरी बार पार्षद बने युवा है और एमआईसी का भी अनुभव है।
समीर अख्तर- तीसरी बार पार्षद चुने गए हैं इन्हें भी एमआईसी का अनुभव है।
द्रोपदी पटेल- पहली बार पार्षद बने हैं।
अंजनी विभार- दूसरी बार पार्षद बने हैं इन्हें भी एमआईसी का अनुभव है।
आकाश तिवारी- पहली बार पार्षद चुने गए हैं युवा और संगठन में सक्रिय हैं।
सुरेश चन्नावार- पहली बार पार्षद बने हैं विधायक कुलदीप जुनेजा के करीबी है।
रितेश त्रिपाठी- बड़ी जीत की वजह से मौका, भाजपा के महापौर पद के प्रबल दावेदार प्रफुल्ल विश्वकर्मा को हराया।
सहदेव व्यवहार- दूसरी बार पार्षद, निगम का अनुभव है।
सुंदर जोगी- एससी वर्ग के नेता है तीसरी बार पार्षद ने निगम की समझ है। जातिगत कारणों से इन्हें शामिल किया जा सकता है।