15 फरवरी 2019 दुर्ग। सभी कॉलजों में हेल्प डेस्क हो ताकि विद्यार्थी को किसी तरह की दिक्कत होने पर इसकी मदद ले सके। हेल्प डेस्क के काउंसलर सीधे यूनिवर्सिटी से संपर्क कर विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण कर सकेंगे। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कार्ययोजना तैयार की जा रही है। यह बात उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आयोजित गौरव समारोह को संबोधित करते हुए कही।
मंत्री उमेश पटेल और बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय को इस अवसर पर विशेष रूप से सम्मानित किया गया। मंत्री पटेल ने कहा कि कालेज में पढ़ने के दौरान यह बात महसूस होती थी कि यदि कालेज में हेल्प डेस्क हो तो विद्यार्थी की बहुत सी परेशानी हल हो जाती है। कई बार छोटी-छोटी परेशानियों के लिए यूनिवर्सिटी जाना होता है और विद्यार्थियों का पूरा दिन खराब हो जाता है। इस अवसर पर मंत्री पटेल ने कहा कालेज में केवल डिग्री नहीं मिलती, यहां चरित्र निर्माण होता है और ये आपके जीवन भर की पूंजी होती है।
- मंत्री पटेल ने कहा कि रायपुर से जब मैं कार्यक्रम के लिए निकला तो एक घंटे के सफर के दौरान पुरानी स्मृतियों को याद करता रहा। यह फ्लैशबैक जैसा था, मुझे बहुत अच्छा लगा जब मैं यहां आपके बीच पहुंचा और आप सभी के बीच आकर ऐसा लगा कि मेरे कालेज जीवन की वापसी हो गई है।
- मेरे दोस्त अब यहां नहीं है इनमें से अधिकांश विदेशों में सैटल हो गए हैं लेकिन गुरूजनों से मिलकर और उनका आशीर्वाद पाकर बहुत अच्छा लगा। उमेश पटेल ने कालेज से जुड़ी स्मृतियों को याद किया। उन्होंने कहा कि कालेज आपके अंदर छिपी क्षमता को उभारता है।
- वो आपको जिंदगी की दिशा देता है। जितना ज्यादा आप समर्पण के साथ पढ़ाई करेंगे, उतनी ज्यादा तरक्की आप जीवन में करेंगे।
- इस अवसर पर बिलासपुर विधायक शैलेष पांडे ने कहा कि आज मैं जो भी हूँ। बीआईटी की बदौलत हूँ। उन्होंने कालेज से जुड़ी हुई स्मृतियां साझा की और बताया कि किस तरह कालेज के वर्ष उनकी आगे की जिंदगी को तय करने की दिशा में बहुत सहयोगी हुए।
संस्था ने दिया सम्मान
इस अवसर पर बीआईटी प्रबंधन से आईपी मिश्रा, विजय गुप्ता एवं प्राचार्य अरूण अरोरा ने भी अपने व्याख्यान दिए और कहा कि ये संस्था के लिए गौरव की बात है कि उनके छात्र सार्वजनिक जीवन में इतनी बड़ी ऊंचाई पर पहुंचे हैं और राष्ट्र सेवा का अहम कार्य कर रहे हैं। तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति एमके वर्मा ने भी इस अवसर पर अपना व्याख्यान दिया।