3 साल की बच्ची के साथ ट्रेन के सामने आ खड़ी हुई मां.. दोनों की मौत.. दो थानों के बीच विवाद के कारण दिखी असंवेदनशीलता…

0
132

भिलाई । पावर हाउस रेलवे स्टेशन से महज 100 मीटर दूरी पर जीआरपी और भट्टी पुलिस की असंवेदनशीलता देखने को मिली है। दोनों पुलिस की सीमा विवाद में रेलवे पटरी पर पड़ा महिला के शव से दो ट्रेन गुजर गई। आखिरकार आधे घंटे चले विवाद के बाद बच्ची के शव मिलने के घटना स्थल के आधार पर भट्टी पुलिस ने पोटली में दोनों शव के हिस्से इक्ट्ठा किए। दोनों की पहचान नहीं होने की वजह शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएम हाउस में रखवा दिया गया है। दोनों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। पुलिस जिले के थानों में महिला की गुमशुदगी का रिकार्ड खंगाल रही है।

भट्‌टी थाना प्रभारी भूषण एक्का के मुताबिक, शाम करीब 4.30 बजे महिला के ट्रेन के कटने की सूचना मिली थी। मौके पर छानबीन करने पर पता चला कि शव महिला का है। महिला का सिर और पैर धड़ से अलग हो गया था। जबकि महिला के धड़ से करीब 50 मीटर दूरी पर बच्चा का शव पड़ा मिला है। बच्ची की उम्र करीब 3 माह लग रही है। वहीं महिला की उम्र करीब 30 वर्ष होने का अंदाजा है। घटना की सूचना पर स्थानीय लोग भी वहां पहुंच गए थे। कुछ लोगों ने पुलिस को बताया कि घटना के कुछ देर पहले महिला को स्टेशन पर देखा गया था।

ट्रेन की चपेट में आते ही मां के हाथ से दूर जा गिरी बच्ची, महिला का सिर धड़ से हो गया अलग

पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि महिला रायपुर की तरफ से दुर्ग जाने वाली ट्रेन के सामने बच्ची को गोद में लेकर कूद गई थी। ट्रेन की चपेट में आने से बच्ची उसके हाथ से फेंका गई। ट्रेन का धक्का लगने से बच्ची पटरी के पास जा गिरी। वहीं ट्रेन के नीचे आने से महिला का सिर धड़ से अलग हो गया। 15 मिनट तक कई ट्रेनें ऊपर से गुजर गई।

पति के ट्रेन के सामने धक्का देने की भी सूचना
घटना स्थल पर मौजूद कुछ लोगों का कहना था कि महिला को कुछ समय पहले उसके पति और बच्चे के साथ देखा गया था। इसके बाद महिला और उसकी बच्ची का शव पटरी पर पड़ा मिला था। लोगों का कहना है कि संभवत: विवाद के बाद पति ने ट्रेन के सामने पत्नी व बच्ची को धकेल दिया होगा। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस के लिए सबसे पहले महिला व उसकी बच्ची कि शिनाख्त करना अहम होगा। लोगों से पूछताछ की जा रही है।

सिग्नल को लेकर आधे घंटे तक चला सीमा विवाद

पुलिस के मुताबिक रेलवे स्टेशन से पटरी किराने लगे सिग्नल के पहले शव मिलने पर जांच जीआरपी करती है। वहीं सिगनल के बाद शव मिलने पर स्थानीय पुलिस के पास जांच का जिम्मा होता है। घटनास्थल पर महिला का शव सिग्नल के पहले पड़ा मिला था। वहीं बच्ची का शव सिगनल से दूर पड़ा था। रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस के बीच इसी बात को लेकर विवाद हो गया था।

रिकॉल: अब यह स्पॉट बन रहा सुसाइडल प्वाइंट टीआई के मुताबिक कुछ महीने पहले इसी तरह एक पुरुष ने खुद को आग लगाकर ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी थी। पहले भी आत्महत्या की कई घटनाएं इसी स्पॉट पर हो चुकी है। स्टेशन के महद सौ मीटर की दूरी पर घटना स्थल होने के बावजूद लगातार लोग खुदकुशी कर लेते हैं। जबकि रेलवे स्टेशन पर चौबीस घंटे सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रहने का रेलवे पुलिस दावा करती है। लगातार इस रूट में सुसाइड करने के मामले सामने आ रहे हैं।