नक्सलियों में कोरोना का खौफ या एक्शन मोड में छत्तीसगढ़ पुलिस का डर… इसलिए भेजा फिलहाल युद्ध विराम का मैसेज… नक्सलियों ने तेलुगू में लिखे पर्चे फेंके…

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रायपुर। पूरी दुनिया जहां कोरोना से लड़ रही है वही छत्तीसगढ़ में पुलिस की लड़ाई नक्सलियों से जारी है। सुकमा में 17 जवानों की शहादत के बाद छत्तीसगढ़ में पुलिस एक्शन मोड में आ गयी है। शायद यही डर नक्सलियों को सता रहा है। ये भी है कि कोरोना वायरस का डर नक्सलियों को भी सता रहा है। इस बात की पुष्टि सोमवार देर रात आई इस खबर से हुई। इसके मुताबिक, छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती राज्यों में सक्रिय नक्सलियों की कमेटी ने पर्चा जारी करके युद्ध विराम की घोषणा की है। नक्सलियों की ओर से मलकानगिरी, कोरापुट, विशाखापटनम बॉर्डर डिवीजनल कमेटी के सचिव कैलाशम ने तेलुगू में यह पर्चा जारी किया है। हाथ से लिखे इस पर्चे में लिखा है कि कोरोना के खतरे से पूरी दुनिया लड़ रही है। ऐसे में अभी नक्सलियों की ओर से सुरक्षाबलों पर कोई हमला नहीं किया जाएगा। लेकिन, यदि सुरक्षाबलों की ओर से उन पर हमले होते हैं तो इसका जवाब दिया जाएगा। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया है कि जो पर्चे मिले हैं, वह आंध्र-ओडिशा बॉर्डर इलाके के हैं।

छत्तीसगढ़ पुलिस एक्शन मोड में

भले ही नक्सली नेता युद्ध विराम के पर्चे गांव में रखकर गए हों। मगर, छत्तीसगढ़ में पुलिस अभी युद्ध विराम के मूड में नहीं है। करीब चार दिनों पहले ही विशेष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विजय कुमार ने अफसरों की बैठक लेकर बड़े ऑपरेशन की तैयारी करने को कहा है। अगर ऐसा हुआ तो यहां ओडिशा, आंध्र की पुलिस टीमें भी शामिल होंगी। पिछले दिनों सुकमा में हुए अटैक में 17 जवान शहीद हो गए थे।

बस्तर में पड़ेगा असर

पर्चे को जारी करने वाला कैलाशम इलाके के बड़े नक्सली लीडरों में से एक है। माना जा रहा है कि नक्सलियों की इस कमेटी के फैसले का असर देशभर के नक्सल प्रभावित इलाकों में भी देखने को मिलेगा। बस्तर समेत अन्य इलाकों में जहां नक्सलवाद हावी है, वहां भी युद्ध विराम की घोषणा हो सकती है। बस्तर में दंडकारण्य जोनल कमेटी नाम का नक्सल संगठन सक्रिय है। इसकी ओर से इस तरह की बातें नहीं कही गई हैं। जानकारों का मानना है नक्सलियों में कोरोना फैलने का डर है, ऐसे में इलाज के लिए वह बाहर आएंगे। लिहाजा युद्ध विराम के संदेश भेज रहे हैं।

कोरोना से बचने के तरीके भी बताए

नक्सलियों ने पर्चे में लोगों से अपील की है कि वे बार-बार हाथ धोते रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। गर्म पानी पीयें और सर्दी-खांसी, बुखार होने पर सावाधानी बरतें। पर्चे में कहा गया है कि कोरोना बीमारी भारत में उद्योगपति लेकर आए हैं।