अंडमान निकोबार 1 अप्रैल, 2019। अंडमान निकोबार द्वीप समूह में सोमवार सुबह दो घंटे के भीतर मध्यम दर्जे की तीव्रता वाले भूकंप के नौ झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र ने यह जानकारी दी। भूकंप का पहला झटका सुबह 5.14 बजे आया। पहले झटके की तीव्रता 4.9 थी इसके कुछ ही मिनटों के भीतर पांच तीव्रता वाले अन्य झटके महसूस किए गए। भूकंप का अंतिम झटका सुबह 6.54 बजे महसूस किया गया जिसकी तीव्रता 5.2 बताई गई है। गौरलतब है कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील क्षेत्र है।
- जानकारी के अनुसार भूकंप के झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 है। इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर के डहाणू व तलासरी इलाके में भी भूकंप के झटके रविवार को महसूस किए गए थे।
- शाम 5.53 बजे आए भूकंप के झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 दर्ज की गई थी। इस भूकंप के में किसी भी तरह के जान-माल को नुकसान नहीं पहुंचा था।
- गौरतलब है कि इससे पहले 23 मार्च को भी अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.1 दर्ज की गई थी।
- इस भूकंप की गहराई तकरीबन 60 किलोमीटर थी। इससे पहले 15 मार्च को भी निकोबार में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 थी।
भूकंप की वजह
धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूम रही हैं। ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब दबाव ज्यादा बनने लगता है कि तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
रिक्टर स्केल पर कितनी तीव्रता का भूकंप लाता है कैसी तबाही
0 से 1.9 की तीव्रता का भूकंप सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है। इतनी तीव्रता का भूकंप आमतौर पर महसूस भी नहीं होता है। 2 से 2.9 तीव्रता के भूकंप को हल्का कंपन माना जाता है। इससे ज्यादा नुकसान होता है। 3 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप का असर कुछ ऐसा होता है मानो आपके पास से कोई ट्रक गुजर गया हो।