NSUI के प्रदेश सचिव ने लास्ट सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को 10 प्रतिशत बोनस अंक और अतिरिक्त कक्षाएं देकर परीक्षा लेने की मांग की

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अम्बिकापुर@उपेंद्र गुप्ता। देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। लॉक डाउन के कारण सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए है। ऐसे में अब लॉकडाउन के कारण छात्रों के मन में परीक्षा और पढ़ाई को लेकर असमंजस की स्थिति है। नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एन.एस.यू.आई) के प्रदेश सचिव आतीफ रज़ा का कहना है कि शैक्षणिक कैलेंडर में बदलाव के साथ-साथ पाठ्यक्रम को सही तरीके से पूरा किए बिना ऑनलाइन परीक्षा की संभावना के कारण एक वर्ष बर्बाद होने की आशंका से छात्र चिंतित व भयभीत हैं।

एनएसयूआई प्रदेश सचिव आतीफ रज़ा का कहना है कि एनएसयूआई ने पहले ही कहा है कि बुनियादी ढांचे की कमी और कनेक्टिविटी की परेशानी के कारण ऑनलाइन परीक्षा नहीं कराई जा सकती। ऐसे में प्रथम और द्वितीय वर्ष के सभी छात्रों को परीक्षा के बिना पदोन्नत जनरल प्रमोशन किया जाना चाहिए।

विश्वविद्यालयों के खुलने के बाद पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित की जानी चाहिए ताकि छात्र अपना कोर्स समय पर पूरा कर सके । साथ ही अंतिम वर्ष में छात्रों को 10 फीसदी अतिरिक्त अंकों के साथ पिछले प्रदर्शन के आधार पर पदोन्नत किया जाना चाहिए, क्योंकि यह देखा जाता है कि छात्र अंतिम वर्ष में अपने प्रदर्शन में सुधार करते हैं।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रदेश सचिव आतीफ रज़ा ने पूरे मामले को लेकर कुलसचिव प्रोफेसर विनोद एक्का को पत्र लिखकर छात्र हित में निर्णय करने मांग की है।